Brihat Parasara Hora Sastra with English Translation Girish Chand Sharma Volume 2


125 76 21MB

English Pages [818]

Report DMCA / Copyright

DOWNLOAD PDF FILE

Recommend Papers

Brihat Parasara Hora Sastra with English Translation Girish Chand Sharma Volume 2

  • 0 0 0
  • Like this paper and download? You can publish your own PDF file online for free in a few minutes! Sign Up
File loading please wait...
Citation preview

11/110018॥1 00/05/0745

80114 (^^ 9004 1100 9^5104 महर्षि पराशर कृत

बहत्पाराशर होराशास्त्रम्‌ 0. ॥

{12/5/210/0, @071/7160180}/ 4/0 20110120

0\/ 17150 ©0816 वाचे

5208 00116811015 \/66 1#873100), 72 4 ब), ११९५५ 06101 11000;

(ल.: 3320648

7409160 0: 54^0^? ?081164110145 72, «2108, ४6५ 2150) †6# 061-110 001

गि0ा०ी0) & 00धौनि

© ^

0 5818 92

पणा ।140ऽ ।६७6।५6५

9 एला

7५05066

` 1995 : 1997, 2000

८१

१५0०॥5)60 0४ 1211006 त्वन णि ऽ208 ?८0680), 72, «44108, \/60 20510), 16 061 गिग604 अ उवौ नि 0655,

10104

0१६ ॥ 01५65 1176 11111161756 [0162516 {0 01266 06016 65166116 {6460615 0 2510109#/, 116 56606 ४0101116 अ 80 04125818 11018 5881121 ४1161 (छानी ग, ४0७10108 25 ४४61 85 ©)4281110165 112५6 066) 0५&) च 20010011216 12665 10 €›९123॥0 1/6 पिव्ाानी 215, 2615 816 [1100165 1१५०५७५. 1) {116 58716 0611, । 11051 1125161) {0 266 {191 0! 91116 20116 [५८01५66)1, 25506810 गत ५351 (0000 ज अ २. ‰/25(106\/8, «/0185॥ 5112726, {115 164 00 70 2५6 0661 #) {16 0165611 106 जि1 216 0566812016 9. 1) 0161 ५४045, 6 185 066) @।6 वा} [नरिप ॥) 0165 नोौ79 1116 16766105 01116 1696 1 11016 11141) 111817४ ४४25 27 112९100 115 €765/ {19512101 60565110 16

0006601. 21118 04185818 11018 52513 ॥ 1116 11051 वा06ना 51006 0 ^510100# &0०८१५६५ 0\#/ 12112151 08125818 \/11101 15 “6158116 वत +€ 60111046 {0 601107612100. ॥ 1006165 0001) 1116 € 08516 25 ४/९€॥ 85 00111016,८60 0/1161151015 ॐ ^51000# 26 2150 06815 \#10} 6५6 0060016 €५नी5, कार्वीथि वीतं 21110165. ॥ 5 01 11656 वी1261५6 6211165 01 {115 ५/०॥९ ज ऽ806 0845218, # 15 16640160 25

106 पावो) 1686 9 606 ^510100#/. (11656 1061705 9 07621 ऽ206 02५6 0661) [80060 00५1 {0 06761व16075 {/1000# &/18॥1 9 ५1561065 810 00 56ब#660 ॥ 116 @0056 ग {716. 16 गतो 5४ गऽ 01 ^50100# 14५6 06666 ¶ 10010617 8116 00000216 1115 0५16 56161106 1110000 6नो1111165 26 1105 काकीं 21066 {16 0@एनपमी+/, 041 01 ४/161 16 0659 0*न5 9 4310109# #0016 ॥2५/6 0€€) 07620 ५601५60 9 1. \‰€ 2॥ 86 7660166 {0 1056 #10 [2/6 0006 {15 6 ब 561४106 10 ७5. ॥ 1125 0661) 11 61606801 {0 065नी{ 11115 बालन {6 बी56 1 5 60101616 071 25 8 85 00581016. 1660110 1115 00/66 ॥ ५16४, | [व000 ६५ 1009 2॥ {116 ३५12016 नि ग॑6 01 105 1641856 0225818 20 20060 1166 1076 61901615 (1\/0 ॥) \(011116-। वीत 76 ॥) \/01076-1|) \16 #€&@& ण्पात 5621161766. ^/1000॥ ॥ागा# 60110715 9 {1115 ४०९, ॥ 5810514, [4 ०५ 29151 ५16 216 1

0041810, 1115 000९ } (1), 509]€्न © (लगाकनमी, 6211165 116 00710616 ४615107). ॥) \/(011116-1, 53 (11201615 [8\/6 066) 60666 \/11116 \(011016-। 6९17160 47 1201615, 01010 0५61721 1081

(५) 100 0401615.

111€ ॥012| 20 @&11201615 ॐ {5 «0101776 8५6 5016} 0697 06\/0166 {०५/20 0258 5/51611). [0 {116 15 6172016, {16 9406 185 06561060 0५९ 40 {५105 0 04585 0४ 1115 1780) 1117451 ५25 01 \/1115110118॥ 216 (16 #11016 11620166 56100011 \1110| 1118046 † 00551016 10 0110 041 {15 0006 ॥ (116. 115 06168166 015 ॥ 00041215 25100016 ४01९5 5 11060016.

118 ©06 01655 (7). ॥ 15 {10066 11121 {1115 00०॥ \#1। 06 (6661५66 ५1 {116 58116 \/व7{}) 8116 €01114518517) 25 ॥11# \/014116-1. ।५0 00016 15 06180 ॥ ३॥ 6806615 200 ५1110011 01611115165. 16/06, । 06 @60560 0 80 ग)1351015 017 611015 {| 1116 1680615 178 60116 8201058 ५1110 \#/॥,

0001156, 06 1661160 ॥1 1116 04 6611011. 1161766, । 81281106 0 अरप 10 "606५6 51006511005 10 1110106 1116 ५३106 0116 060९ 0/160001211110 {116 1606556 61121065 ॥ 14106. 7 {५81८॥, 1995

(35) 11810 11811128 91, 8020४81) 1५208, 11212041 ((1.0.)

८०५६६५9 0०16266

()

[19 © 1380165

(५),

1151 ॐ &0(210165

(00)

114 गि £१-48

1-110

045^ 5४516४9 :; 1/065 ज 08585; 1. \/171500†2 0858 - 5080 ग ५8808585, ९812068 0 0252, 48/00 0 ©81601बा0}, 2. 45080 0858, ।५61006 9 02160120), 6812108 00858, 3. 910050112/10858, 4. 0५४30 25110120 0858, 5. 0816000 0858, 6. $81806॥९8 0858, 7. ©/)201/85/)॥152118 0858, 8. 04158018

बाद

0858, 9. ऽ0251111/2#/21। 08528, 10. ऽब -1ी715185ा18 0858, 11. {6818 0858, 12. &2168 0858, 13. ॥६8।2०३॥९8 [8458 - 58५8 800 ^058५#३

॥2।९5121185, 06560) 9 0608 210 ५66४३, ॥३५४/दा7585 0ं 108 ५७८३1108 ० 1/6 ॥५२॥९७॥ 25, निशि 1/085 ग 71011005 ग 106 597, 0685015 106 ॥५९५९)525, {665 0 01216151 0602 20 ५66५३ 5105. 17166 द0)

0 ॥५३।8 @2/९8 0258, 14. @[2/8 0858, 9905 ग 0८8॥ 1005000, 15. 9118 0258, 16. 00810028 0858, 17. ।९10/20। 0858, ।६३।३॥९३-1८61020

38118, 18. ६३/९8 0258, 20. †/21000168 0858, 21. 5000183 0258, 22. 1114018 0858, 23. 0106 0858, 24. @876/)5\/2/8, 25. 00

0858, 26.

0108, ^158 0858, 27. ॥५९;52/0148 0858, 28. ^5181९2५/27208 0858, 29. 5801018

0898, 30. ?86।६॥९8

0858, 32. 188

0858.

©11^ग1८6-49 2६51179 07 04845

111-132

#/1711511018 1५#/211802585, (1116 5५0, 1116 10010, †#215, १8५, «पणी, ऽवत,

॥6161%,

॥€61४, ४61७5

: 8 शीर

0131915 5418068 01110 106 211368585

810 17180 ग 1858

18565

ज 1/8

0121615.

11471 &१8-50 133-143 2901179 0 111८ 04945 0717116 10005 0711६ 104559: 50601655 0 |५2।९50 1125 04585, 11161-1618110151112 8100071011811008 0 116 1५४61५8 ।00565 800 न णिक 100५5 10 ॥10ल© {8५०५2016 20 “01{8५001/2018 [85115 1/6 08525. 140 €0-51 144-157 2690119 0८ 11£ ॥५^{^(141 0 @ ~ > छा ५ @ © ~+ 29563] 26129| 29504| 26074| 11 | 29445| 26019| 12 | 29385| 25964| 13 | 29326| 25909| 14 | 29267 25854| 15 । 29208| 25800| 16 | 29148| 25745| 17 | 29090| 25690| 18 | 29031| 25636] 19 | 28972| 25562] 20 । 28913 25527 21 | 28854| 25473 22 | 28796| 25419

23408 23357 23305 23253 23202 23151 23099 23046. 22997 22945 22894 22648 22792 22744 22690 22640|. 22589| 22538| 22486| 22437 22386

23 24 25 26 27 28

22235 22185 22135 225 22034 21964

29 30 31 32 33

| 28787| | 28679| । 28621| | 28567| | 28504| | 28446|

25365| 25311| 25257| 25563| 25149| 25095|

| 28388| । 28330| | 28272] | 28214| | 28157|

25041 24988 24834 24881 24827

34 | 26099| 35 / 28042 36 | 27984| 37 | 27927| 36 | 27869| 39 | 27812| 40 । 27755| 41 | 27698| 42 | 27641, 43 | 27584| 44 | 27527| 45 । 27420| 46 | 27413 4? | 27357 48 | 27300, 49 | 27244| 50 | 27182 51 | 27131} 52 | 27075| 53 | 27016| 54 | 26962| 556 | 26906| 56 | 26850| 57 | 26794| 58 | 26738| 59 | 26683|

24774 24720 24667 24614 24561 24508 24455 24402 24349 24296 24244 24191| 24138| 24086| 246033| 23981| 23928 23676| 23824| 23772| 23720] 23668 23616 23564 23512 23460|

21785| 21735|

21142 21093| 21044| 20995| 20946| 260846| 20800| 20751| 20702| 20654

26460

15 [16 | 20412| 17609 20364| 17564 20316| 17519 20267| 17474 20219| 17429 20121 17384 20123| 17339 20076| 17294 206028| 17249 19980| 17204 19932{ 17159 196564| 17114 19837| 17070 19769| 17025 19742| 16980 19694} 16936 19647| 16891 19599| 16847 19552| 16802

16493 15445 16405 16361

| 13925 | 138ष्छ | 13842 | 13800

16317 | 13759 16273 | 13717 18942| 16229 | 13676 18895| 16185 18848| 16141 18802| 16098 18255. 16054 18708| 16010 18662| 15967 18616| 15923 18570{ 15860 18523 15836 18477| 15793 18432| 15749 18385| 15706 18339| 15668 18293 15620 18247| 15576 18202| 15533 18155, 15490 18110| 15447 18064| 15404 18018| 15361 17873| 15318 17927| 15275 17681| 15232 17836| 15190

10146| 7918| 10108| 07882| 10070| 07846| 10032| 07610| 09994| 07774| 09956| 07738|_ 09918| 07702| 09880] 67666| 09842| 07630| 09804 | 07594| 09766. .02556| 09729 07522 09691| 07466| 09653| 07450| 09616| 07414| 09578, .07329 09540 09503

5799 05765 05730 05696 05662 05627 05593 05559 05524 05490 05456 05388 05353 05319

03779 03746 03713 03680 03647 03615

04960| 04946|

06952| 06916|

04878| 04845|

06881, 06846| 06810] 06775| 06740| 06705|

04811 04272 04744 04710 04676 04643

01848 01817 01785 01754 01723 01691

03418 | 01504

03386 | 01472 03353 | 01441 03321 | 01410 03288| 03256 03223 03191 03158 03126 03098| 03061

07058| 07023|

| | | | | |

01379 01348 01317 01286 01254 01223 01198 | 01162

| | | | |

03029 02996 02964 02557 02899 02867

| 01130 | 01100 | 01069 | ८138 | 01007 | 00976

02835 02803| 02771 02739 02706 02674 02642 02610 02578 02546

| 00945 00914 | 00884 | 00858 | 00822 | 00792 | _00761 | 00730 | 00699 | 00669

02482 02450 02419 02387 02355 02323

| | | | |

02259 02228 02196 02164| 02133

| 00394 | 00363 | 00333 00303 | 00272 00242 | 00212 | 00181 | 00151 | 00121

2069 02038 02006 01974

00607 00577 00546 00516 00465 00455

01880 | 00030

12

0858 5516715

919} - 2 : 88181168 01 0858 : 10€ (07८61712) 5080 ° 2 901 (725) [ऽ 30° 874 अ ॥8॥अग12 5 13°-20". 45 5461 1#/0 806 8 ५८8116। ॥2।९5021185 01 9 40211615 ग # 26911185

216 26607100्©0 ५0061 6261 5100. 2 15 (27 |५2॥5/818 2 1/4 + 12 = 27) 0। 108 ५८९।1615 (27 ८4 = 108) 31€ 1) 1116 3710 0 1५/61\/6 51005. 16 540, 00ता०९। ज ५३८51818 ८706 €च्छ॑ 5100 (५४२16 -##/158) 270 1/1€ 0127621 10105 9 16 116 ॥३॥९5॥3135 13.५6 0661 {8042160 ५५९6 12016-3, 01 {116 ©00४&0161168 ग 1116 6266178 8010 0126660 शं 12016 3. 1185 12016 ५४।॥ ऽ61\/© 85 ३।€80/1601९006110 10686 116 011 \६॥९511 2118 800 0258

(0०1५107) 116 (00 क्ी५५6& ग 116 ४007 दं 1116 1716 ग ज. 16 10८५6 ज 6 ५000 1) 56०0० 940 145-29"18॥5 11116 4) 0032161 ° ^10120118 ॥8॥७

12 8४110 16 10105110 ग 58010. 1167168,

58८11 0858 ४४३5 10 006181100 ओं 116 {776 ग मौ ४1056 00110 5 ग 19

‰#९ 818. †}) 1018 0606 (6€तुौौ) ण धादौ 2 ॥ ०९. 10 5600० 5071 (3°-201"10 16°-40"} )

8812066 ९1106 अ ^1५120/18 ॥३।९. 1(16°-40") - (14°-29]

#}

= 13°-20' = 800"

17108 वा ज ऽणि

88180106 ् 0858 गं गौ :

=2°-11* 0258

= 131

= 19 #/ऽ = 6840 02४5 6840 + 131 800 = 1120 025

3 #€915-11100111-10 02४5.

621०५110) ° 8212066 0 0858 107) {116 {201९ : 4 17109 2111116 &011€11105 621 2 {8016 9017 81041819 1116 0812110€ ॐ /1115110118॥1 0858 2 011 01 16 0255 0 5061621 01101406 ॐ {16 : 0). ^ 5171121 {2016 (ऽ 2150 18660 85 {8016-4 2506112॥1 116 02127166 ग 0258 ५1010011 वल (१५०५९ [10 106 0110108166 62602105.

21108 8125812 11018 58518

13

71481.6-3 9०4।५ 07 ॥४^1८91141745

= = ||

छन

| ; ॥\ ॥ |||

1. 65

2 |निशाद |

2. षण्ड

(2921091

[१७

| |9 | |0 | |~| |- | - | |~| |- - | । |ॐ _ |

|2 | |4 | |ॐ| |00| |-| |-| |- ~~ | | ॥#8

ह [५४

|~ | |~ | |~| |- | |3 | |2 | |6 4 40 | |4

7 |०08088८

|23| |2 | |2 | |4 | |9 | |0 | |-

~ |गपि8#89८

|-| |~ | |-| |- | |-| |-| |3 2 20 | |4

8 |>45/#8

|6| |4 | |10| |0 | 13 |2 | |16 4 40 | |ऽछा |

५८009 |

||3| 2 ||6| |4 | 10 |9 | 43

290 | ॥भ५

11| 9. गिग

|16| |40| |20| |® | |28| |2 | |256 4 40 | |४९५७ |

12 |७. गिरणं

|ॐ | |0 | ||~| |~| |-| |-| |- -- | | 8५ |~ | |~| |3 |2 | |€| |40| |10 00 ० | ।|4

3 |++

|16| |40|

तभष्ठ ८ [0

|00| |

|~ ~ | | |५०

|20 00| |भि

|- ~ | 1

18 |काधि 19 |008 9. 93001815 |20 |7. #811808

|

|6 40 |-00-

16 |४ोभतीड

17] कणित

|

|22 20| |#००१ |

15 |अकी

~ |४ 8. 5000

~

| 20|00|| |23|20|26|40|90 00 |भणण

=

7. [व

|

__ | 10 |00| |13| |20| |16| |40| |2 00 00 | |१५५ |

9 (५१४१३

6. ४४०

[ एष ॥^5 | (नण |

; १७ | ~ |~| 3 |20 |6 |40|10 00 |-00[पिभ ___ |13|20|16 |40|20|00|29 20 |॥#०५) _|

ˆ~ | 10 |‰#2018 9. 159

` 04

|3 | |20| |6 | |4 | 10 |0 | |19 20 20 | |५०५ |

5 |भसा

4.

0.3

| |16| |4 | |2 | |00| |2 | |20| |26 4 40 | | ४९८5 1-

"~ | ~ |जनद्चऽौग 3. (वकारा)

` 0

069 | ॥५८।069 ।†#5 | 060 ,#¢ऽ | 060

|

|9 2 | |-00|16_40| |६५

|

00 । #न८५0 |13 20 | | ५४ | |28 40 | \/60८5

21 |(4.^31808

|- ~ | |9)

|

: (4.#9)808

|10 00| | >

|

10. 0दचप्रीन्जा) |22 |912५४89

23| 0091918

|23 20 | | ००1 |

|- ~ | 1९8 |6 40| |0

|

00 |१०१४ | 1{---

| ~ ~ | ५4५0061

|3 20 |-0. |16 40 | |91५7) | |ॐ 0 | | |, २/५ |

-----------------

1000) 10 ^ 160 52011180145

+

11001) ।0) 18८10415 ५10 ७ 8401

1000) 10) ©ली)॥0) 11012 ^4८8५

|

च्ल 3

च्ल 3

(61

7

{~} 2/5

90017 0156698

#



५4८1161

0

० |©. ~+ € © "~

© @ ~+

11000 ॥1 0816

27 24 21 18

1

>

| ¢ © -५ + ©2।>0 ~>

धन्



गि {1

\/6045 10

4 3 3 2 2

17

16 16 15 15 14 14 13

2 1 1 9 0

7

100

0 5841 19 27 8 24 21 18

~~

5 5 5 6 6

60

=

9 ॥ [= ।(111॥ | 3 18 10 8 4 24 > 11 12 (ल

0 ।+680 6 6

0 18 6 क्वि4 ~

|©< ।~~ |>> ©

|

| ¢ © ~ @ १ ८ ¬> ~4 > -4 ७ >>

|५ © +> @~ [४ ॥ -* -

्ि

५८016716 15 {111 5 14

~~

~+

~+

। | ८८2 +>! +> (ऊ | ८9 € ॥ + (2 9 ~+ -+

| [४ |[४ ० ८ ¢ (+ ^© > +> -+ ~~ ~+ >>

6 7 7 7 8

0) @8ल्ला

५0०. 01865

[ि

3 3 4 4 4

8 8 9 9 9

+| ५ ७ ~ १ 0 ~+ -~

15 12 9 6 3

भ ग) {`

8

1 2 2 2 3

†00 ॥ ©6&11॥0 1108 ^0७५३५8

11000110 18115 100 0 0801

11000) 10) 1 160 $ 84111145

-+

| ० ~ 0 ^> (~~ ¢ ॥४ (7 > ५ ~+ ॥ @ &© ~~ +> > । | ०० |५9. ©> ~~~ © >© ©> > @

~~ ~~ ।4 | ४०४०५ ॥\० ८ ^ (> ४ |८11 1 ~ +> +~ ~^ ~+ ~+| । ¢ ॐ ॥ ल ० © ©> -4 &\ ५2 > 0 ^> 2 (~ ~+ -+ ~ -*

| । © 9 ¢ +> 4 -4 ^ ०0० + -* ~~ ~

~+|©॥-++ ^ ५ © ©^ 0 ॐ +~ ~4 @ >~ ।

< ठत > ~ ॥

। | ।, ५०८ ०6 >^ ०८५८५ @ ¢ > «& ~> ७ ५ © 4 ८

~~+( | 0 1 ८ ¢ & > ०० ^ ~+ =+ ~~

~+ ~+

-+ ~> ~+

24 [४ ।\ +> ~ ~+“>

~~

त >© ~

-~ ~+ ~ |>> 0० 0 ठ) ८०८ -~ -~+ -*

-~ ~+ ८५2 2 ©> © 2 >© ॐ अ © ©> @ 0 = ( | । ०००2० 2०9 ल©०2 ००59 ~© |~© >© ०2 {© © 02 09 4| @ + ~

[-

+~

[

1(2116/

+ ~~

5874071 ८7८ ० ¦^ ~~ ~> | 0 > ०59 ~ ~© @ ~> |© ०५ +

~4 ०४ ०० «७ | ©ऊ~@ > ०®^-~ ७

| ~ |©> ० ~> ©> & © >© 6५५० |«८५० 0०2 0 ^

| ५० ^ & ¢ &© + @ ठ > ## ~ -4 ~~ -+

~+ | ¢ > + ५ © 0 ॥ ~ ^ -~ {1०००० ८ ¢ (70 0 9 +> >> ~

€ © ~ -~+ ॥) ~> ~~© 00 +> ॐ | ~~ ००००५७५ "0 © ~ >~ |५८० जाला ^ 17 >> +> ~ [० 1

¢ © ~ «~ 0 + ॐ @ ~~ ॥ -, | ~~~ 2 ००००-1 + काला > +> >> ¢ ८० |

~~ | ^> 40 6 ०७ ० ~ 9 |@ (7 > >> ~» | । |® © ~© -4 ~© ¢> ॥ +> > -+ -4@ ~4@ | + @ [७ ७ >> ८ ~4 ५ ©

©> © ८0 ~ | ००७५ ० 409 ~~ © ८ +> । |[9 ©~ (७ ~~

2112६ 8185818 11018 58518

0858 5516715

1481 £ - 4 (60116.)

1816-4

8414146 0 \/1/0511011/51 0454 0४ 51061621 10101८06 ग #धण्नाी

81140

06 ४0510114

0^5^-001116.

16

0258 5/5¶शा75

1481 - 4 (6000.) ?१०0००१10॥१॥। ?^गा5 707 0464 0? 0141415 (001116.) 540) 6/5

‰100 10/15.

11815 7/5.

॥[ह

(१ ५ त [१ ५ त

{-

0 0 9 0 0

1

| 540) | 166. 19//5. | 127)/15.

|

| [ऋ| १५| ष

1

3|0 5।0 89 11|0 140

$| 0 910 14|0 18| 09 239

3|9 6| 0 91909 13|1 16| 1

160 19| 1 22|1 241 2?| 1

270 2|0 6, 0 110 15|1

19|1 22, 1 252 28|| 2 1, 2

{0 0 0 0 0

081 | «तल 18)/18. | 165

1

० | [शध 0

|



8|0 16} 0 24| 9 20 11|1

7|0 14, 9 22| 90 29| 1 6| 1

9/0 17| 0 26| 0 4| 1 13|1

19 | 1 27 | ¶ 5 1 132 21, 2

13 1 209 | 2 28 | 2 52 12| 2

21| 1 0/1 82 172 26| 2

29|

2

1 19|3

4|

2

7|

2

263

13!

3

2 (12

ह।

----

8|1 15|2 283 1|4 8.5

-[

[ 165 24|7 1|8 99 1710

1

0|

{~ 1

[ 20|1

42

1

02

1

24|1

7|

1 1 1

05| 08! 11|

1 2 2

29| 1 31 8।| 1

11 | 3 143 17| 4

16।3 24| 3 023

4|3 114 18|| 4

213 0, 3 8! 3

9.13 17 (14 25,15

1 1 1 1 1

13| 2 16 | 2 19| 2 21|| 2 213

121 17, 1 21; 1 26|2 0।2

20, 4 284 27 | 4 0, 95 3|5

163 184 26, 4 4| 4 124

254 2| 4 10 | 5 17| 5 24| 5

17|4 25| 4 4| 4 12| 4 21|5

2 [16 10117 18 [18 25/19 320



3



`

1

-

24

(11

{

।।

68118 शद्ध ऽ2/8 11018 52512

९०6

17

७ ।6५०€ 0218066 08538 :

16 0151 ल्छापापिो पितीलव§ऽ 400गो'5107101106610ा) 00०10 30° के ती (16/४2।

20". #/€ 5८0856८ एप ल०पाभि)ऽ 189{0185601 2 0000 ग 1166

81075. 00४५ ०6।०५५ ॥ 11656 001८5, #6 116 {6 अवाथ (069 116 0888 1010) ३060 #€ 215, 7101115 76 68४5 6011650076779 10 116 1०91५06 9 18 1100. 17 0661 {0 176 1/6 08 बीो€ 0 1/6 (8, € 2४8 19 10 (0८ व€ 106 7581851 40075 10410672 0051101). जाणा) का1#, 116 60८ अ 16 1007 5101 15 {0 06 {060166. 0५५ ०५४९ 110({70712॥% {0१ 1115 00101 ज 0621839 11000'5 10101448 0010 116 60 ८भिो ग 7218। 1400 57 2१५ 16600 1/6 0818006 2858 †) #९2/8, 7101118 86 62/89. [#181ेवी श, {€ 90026 08॥† 01716 107910५€ ग 1५00 (1.6. ४/1 0 204 72 06 06880 जा 1801648 (7061106 लज)

ग 66166 0258 1016 876 54051186 107) 06 19016

2111840 त 1071 18916-46 10 ।तो0५५ 116 62686 0858 08131068 9 03858 > 1/6 {78 ° 01111 01 11€ गदा 1५6. 41 ॥1४51/21101) \५॥ 0५6 8 0168/ [7510111 07) 1/6 056 न 1116 13016. 46 181९6 {€ 08 ज 106 वी6ा7ी 2५6 1161006 ज &>(87016-1. 10 115 6256, 111& 11000 {8

5001090 ५५147 190८५66 त 14°-29'

116 प्रा) 0 01). [€ 0621698

1100)'5 1070110५6 ॥ 10€ 12016 †ऽ {42-20' 804 1/0& 0212068 ज 888 वं {15 1007011406 15 10 08 0076 00 70) {116 1251 60८

५५/16} ।€गिर्ञशो5 51975

81081, 5601010 204 05685. (1 [70416865 (41119 02589 5810111 ५⁄1 0212066 06100 25 :

^ 14°-20'

१6815

11071115

(88

3

3

27

0

2

17

3

1

10

3 #8व1§

1 गजौ

10 02#5

01 0-9' (655) (0) 12018-48)}

१३२५२52 (1481 ९€(10५} : 1 106 0761005 02065, 11816 15 160८6 76107} न 0282". 1106 & (98585101 "{898' ०४६। 1118616 2610 2॥४ 61865 {0 48086858 01 1४281) 0261106

18

0858 5519715

ण {06 60166760 0181161. 8651088, 31126253, {1616 218 (181 0258 (5८10 06106}, नित४रीदा 0858 (500-510 06106) &16. 1656 †लि7)5 ५/।॥ 06 2660्‌८४16।४ 690181)60 25 \४/6 01/00/6955 {4119 |) 115 03061. 1066018, 11€ &9(016950ो "0858. [7965

{09/ ॥३/80258 (भली 06106) भात 12|| 79

06 (0८566 ४1 उा४ 91761 ती6 ज 08585 ४12. कोय 01 012४18/616. (6८0

०। 5८0-50 09106). 1116 ७३ बाो66 9 0858 त 106 0िवाोनं वें 116 1176 ग जी 15 #/011९86५ 0110 6 08८6679 02130124) 15 8150 111685/0686 9 (70075016 11211 26258 अ 1/1€ 5३16 शाल. ४१ 01291, (्छाोलो665 €

1/5 (7660160 720 0681100 ॐ 1/8

0888 ©/616 0 120 #€8।5 {7 15021

5516111. [ © ८5 1 1/6 009 1116 0358 ©/616.

11203025 01 116 9 [2816 0 (0111) 23212768 [2258 01 58117 0681100 91 9810417 358 26106 ज 1५61८19 0०6110५ 9 ॥(€1५

061100५ 9 ४6८5

28100 9 ऽ५0

0261100 9 ॥0०ी

0681106 9 ५215

0611060 9 (2/८

06106 ग ५५ान

0288

रगं 0वना66 0858 0) ©>दा018-2 अी6 ५४४

[22४ |

15

6 वा वा 2588 ।108 ऽवत

2.

19

^€70117^ ति 0^5/

लग्नेशात्‌ केन्द्रकोणस्थे राहौ लग्नं विना स्थिते । अष्टोत्तरी दशा विप्र ! विज्ञेया रौद्रभादितः।।१७ ।। चतुष्कं त्रितयं तस्मात्‌ चतुष्क त्रितयं पुनः। एवं स्वजन्मभं यावद्‌ विगणय्य यथाक्रमम्‌ । ।१८ |।

सूर्यश्चन्द्रः कुजः सौम्यः शनिर्जीवस्तमो भृगुः । एते दशाधिपा विप्र ! ज्ञेयाः केतुं विना ग्रहाः ।।१९।। रसाः पन्वेन्दवो नागाः सप्तचन्द्राश्च सेन्दवः | गोऽन्नाः सूर्याः कनेत्राश्च रव्यादीनां दशासमाः । ।२०। 17-20; ॥21181151। 08725818 580, 0 2781711101 1 दशी € 0601110 10116 ^5661087 (॥ 2002) 15 [0516610 20 ^\01016 (1९611018) 01 8 1016 (111९018) 11 106 1७ ज ^\ऽ८लातवां (1 24038 1010), 50116 1676065 8000 ^ 2 0258 5४ अनला). 1076 ^\501†2॥ 0858 ©01701167665 ४10 11€ 9५0 0858 00५6119 0011 210॥64 06100 0010 116 117 06 110112160 0#/ 4 800 1161 41४14600# 15. 115 ०064061 25006 ७५566 25 8001581 86 ज ॥1 68160181701116 । 1

=

= 1000 0298 =

^

= 3 9.

= 215 0258

^>3

=

2

=

1#

11 1700115

22 02/95

11 7109

14 ५२5

5 ‰#15. 11 1100115

6 ५२#5

| 1५6#/156, 116 08585 0 {116 ०ं[1&/ 0197615 60|0 06 ५५०1५80 061. 5166 {6 011|) 061) 00 0002, 116 {1 0252 ५०४५५ 06 ग {€ 40011. 16 7ानी106 ग 62८70

16818 02856 87५1626५ 10 {116 अतसि

00045 0091160 0)/ 1/5. तौ ल्120051114151180 025 0५010211079 (80108) 210 11121८7 01851180 & 505

8001९56॥615

(\/2/228)) [5 ॐ \2/12106.

60010119 10 1617), 1 1116 0811४€ [§ 0011 ॥ 00018 56071611, 1116 €[>(0566 6110010 0001712 [118 101 9८01156 10 0111-5 ©81.] 502॥ 06 71011016 0/6 1051680 02. ञो 8।16716106 0५४61111 6४6

ग 106 जी

0670 10 णां

01 |५५0002. 5111811}, {01 1412102 206 50/18 5677165 1/1€ 6120560 06/00 11 11161 169{66॑।५& 00111005 15 10 086 7८111016 0४ 12 19/61 0#/ 4. 01111161, 1116 (100८6 1) 18506 त 21 1116 200५6 68565 0166010 06 ५1५10९0 0# 45 (80379 15). 16 16511178 19८6 5110८10 06 {266 25 ३ 60

विनत

(01८३१६28).

11#€ 01066016 097 62601970

(१५५८

०1206819 0258 16118166 1116 5 वेा)6 1.6. 1116 {2601 [510 06 1110060 0# 1/6

96118| 11110811,2,3........... 8, 9 {0 2566118111116 02585 01061 01 540, (४000, 1215, 0211४, 1९610 ।65[06011४61 85 ॥[४५अ21660 1 69210166.

11616 1116 (्छाी7101) 6८6 5 ¶ी वं {16 7011016765 216 11166 {17065 1) 0011 1/6 ©8585 20 50 15 111& 01510. 51166 11५1218} 206 ५४50 9€ &1/8680 0# 1/6 52118 060007)112101, {116 79 1851 ५/1 छ 110८6४61, {16 1685010 01 5७64 0४७€।परन† ०05

{116 ऽदा6.

0८10 00 00551018 09

{90786 0५१71000 2४ 62591641 ५/0115 ॥९0\/0 {0 1015 [016 82410.

सि

12.

02४25818 11018 58508

43

(11417 ^ 0454

रात्रौ लग्नाश्रिताद्राशेर्दिने लग्नेष्वराश्रितात्‌।

सन्ध्यायां वित्तभावस्थान्नेया चक्रदशा वुधैः । ।५०।। दशा वर्षाणि राशीनामेकैकस्य दशामितिः। क्रमाच्चक्रस्थितानान्व विज्ञातव्या द्विजोत्तम । | ।५१।। 50-51 : 10 116 €४6€्ीं ज 0) 12/47 01266 ॥ 1/6 107, 116

0858 #५॥॥ 0101216 {011 106 54) ज 1116 45661701 (2018 225). 1 1116 0111 12006760 1006 10116 ०2#, 116 0258 ४५॥॥ अका ता) 1/6 511 \/110॥ {6118115 1116 ।वं ०106 45661081 (1 2418 । 00). ४411611 116 01111 ००6०५75 ॥ 1/6 06100 ज 1\भीकठीं (७202), 1116 51001 ग 1/6 5600110 [10७56 \।॥ 11111216 116 0858. ©801 0852 अ 1/6 5015 210 #6815 00/10. 91166 116 ला) 06856 08585 15 (01021016 ५/1 {116 1५८61५6 20013021 51015, ॥ ऽ 200100118161# 68160 85 1184९18 0858

5/1. ॥01€5 : 1116 @1262 0258 00५1006 71291101710110166 #11605. त[७1, \/1161 {16 0811५68 1 00110 1016 71011, {116 0858 ४४॥ 6017)716108 101) 1116 810 01116 ^566ीतदाी 010५५66 90/16 5005640601 11 5405 (0106)70718| भतन. 5100058, 81116 {706 त 0111 ८ शग८0ा 990 15115119, 10118 6४९11, 106 0258 0#/616 ५/110607 #/11# 1/6 ©वे(गिाल्०) 9) {0॥0५५/66 0४ 44021105, 0156865, 165 30050 01) 1॥† 52121105 590. 115 6४107 1071106 51110९8 51 11121 2॥ 11656 08525 ५५४0५10 06 0 10 #€ 215 0५121101. ५ 11€ 9660070 51५21101 1§ ५\/6] 1/& 0211४65 01110 [§ 10 1116 02# 11716 300 {116 9101 {शं 00600185 {16 101 त {16 ^ऽ6छीठडं ५411 पी किं8 116 0288 0/618. 40210 {116 ©ॐ116011 5116 59115109 द 106 [76 त भी दात ऽवा 15 00580 0 1/6 510 ० \90, 16 0858 ©/6{6 ५“ 0600 0) \/190 ०06

6ऽ५6८6९0०6५ 0४ [ 1018, 210 50 00. 10€ [प 6५७1८2४ ०0५४8186 1 1115 5४51617) {ऽ 1/16 000016066 ° 0110 10106 ५८180 तपौ.

0 {0 6256, 116 5191 0 116 56606 00८56

५५0५५10 0५6 10€ [8820. 72/41 606 ठा) 116 186५109 {0 9८21015 \/1161 2016011) 061 {116 1519 907, 1/6 0858 ५४॥ 60711118066 10 ^व८का८5 {010५४6५ 0# 01685, #1165 11 {19 0661.

44

0858 5#51लि7#5

13. ॥2/8528 11018 58518

59

& 4€€५० :

44001161 [00

द0िं 801

।2॥३ गिवस ०९३, ५५119 116 025 ण ब16166 ॥4215, 1116 121५6 51915 {7071 016, 01000 1080), 0गिणि। भल, (गास

ग (ाानोते€ #+07160, 0८00 की ४४6, ५5165066 10 08ल्भर्ण,

{लाध5 2016 ।6।६ ० कर्न

01/50 गात ५४०८८ 6005077९ 026 10०0५.

41616 96101275 ४12. , (५2५३5 ३20५ 12016511५४2/5 @९01768556010€

521}6 0011011. 110५४6५७, ऽ १४३07 1६21981 ४लधाी)8'5 00116110) 00105 ऽध७[ल्ल॑ 15 अ ४९।12008 2/0 2660100) 10 #ी7 #/7611 11€ 253 10 00071855, {16 ॥ ५6

106 गीत&त 1425 5

ऽर्ध णी) 0165४, 6धाऽ 210 #४०५१५४७५ 206 †€

16105 10 06601716 ३1170027, ५07८2 2016 ॥161010४5.

2९515 0170 2080858 न 080८ 36 । 02 ॥22148, # ५४1 [80661 0००५।७५५॥5. 110#/6५6108016 0686079 16 25066 0 ४०0२।२2।९२, ##8 2५8 10 60051081 1116 ^5660त 25 ° 1/)6 001) 206 1/6

500. 0211 107 08109 011 0566065, 1 २ 01309 ४11 0915 20010५66 25 १/0०२।६2।1५2 01206110 1/065681#/0 50876205,

॥ ५

068 ॥1)#४ 6202016 0 ००५५४५9

29016105 {65105 {1120 {16 (00॥2।2॥९2 0120695 #11100 †. 176, 16 5616001) ग © ४० २।(श 2५३ 01209 1) 1118 01280061; ४४1 66112101 01100 200014/62॥0, 91209, 9000895 86. ५)

@गा१०५१०५ 81210050 ज 116 01306 (72206062 †1201 © 2९128) 0125 3 01621 1016 ॥0 2566112/0100 1116 1850501

{6 02108526. 5005616 401210258 0152107) 0106 1#211360298 0 116 5८0 [5 10 0061800 206 25 061 1116 607१00५0 81800510 9 ४6 0५४, ऽश

15 २ णाश

6067 ° 1/6 90, 11680 52111) 10196 9 0९19 8 (०0 २।९३21९2 01206 #॥ 00 91५6 109 7106) 00007654 1) ।5 ^7 20252. (फिौ9, ३0 [0768 90909000 ।भर्ं 06018065 {116 18501115 0 116 ॥॥२/)2026 10 ।5 ^11216252

09106. 01 6941016, {116 (तीं 2५252 0 08106 10106 1731) 08000 0 16 ५000, 01105 1160121 1605100, ०७५8109 8016

0९812५10

10565 ५12॥†४ 816, ।802101699

सव

0185248 11018 52508

191

11610681 021८ ०।2५/5 0000 01 026 11५60665 00 1/6 100. ५)

\4/11606४6 1\/0 0120695 #11058 ¶8|) 270 ऽ८0-0611005

12५8 6016810 ०68९6 2001106 218 6091४10 06 गर्भा 2 08160121 11058, 1116 9210 10056 ##॥ (नार) ४।७०७।५७ 20४6156 3805 1812119 10 1116 90102066 9116 0056.

116 20961005 00971015 ० 1#6 10105 0116 21126852 2060401 210252 #/॥, 0101116 011161112110,00091001116 9000 18590115.

५॥)

10

ण ^ रऽ

1/121120252 ©\6॥

6085 1461008

1/6 1018 ज 18

1{1000॥ 116४ (772४ 00

॥2५6

80४

600066110059. [10५6४61 1 1116 ५0 ।12/8 0068, 1118 ५

४#॥ 08 71018 0100040686. ९)

10 1116 ®

ग ^+01216258 206 2126258 0610 0 906

0120761, {101 01209 ४/॥ ।॥2५४6 1/6 09०0२५४७ 9 9120109 1116 8४61075 10 [ऽ ^ 2५25. ॥ §06/ 01209 [ऽ 51019 206 0810005 10 20 25016105 10568, 1116 6006 18515 218 691118066 206 10 2 600121४ 90८2100, ॥ ५४ ॥2\/8 02706101)9 9905.

>)

0121५2७३ ग 2 161०9206 01309 +ल

0९७7० 0

१),

118 01209 08179 ®>#6©, 0 /400101९002 0710 ०५४10 900,

1121816, ५065 02058 ५७।३४, (006810४, 62096 66. 12/19 119) 52620212 12179, 9

09166 00105 ॥,

७२॥९/२02 806 100 (6गी०५७ 0/0 20 10206) 98298 9 ण ०6 208 001 106280५ ॥ 1/6 7116616 6099 206 ॥2५109 09060 4\/2911125", † ५४ 010600९ ©(6९॥न9ीं 1595015. 3)

1918, ।॥)

11018118 0111081 0 0817616 6000611005 @491 091\/69

1109 ॥01५७ ग 16 [00565 10 8 (01056008, 1/6 01616 06086 गं {2५/0012018 18505 \४॥॥ 06 01011560. 3५४)

1106 10121 09796 0120695 9010018 7190 \/21025

192

(1802585 10 900 1४280858

(01४15105), ।॥ 10565 16 06076608. 1189

@&०ग\४658|),

0120915 0066409 7016 जगं 16 06शार्श© (९/2

(01४15073 लौशा5), † ५५॥ ग) एलार्नी6 0018106). 6 3025 0 0\/0 5100, 6८8

807 501, 5005 9116 09796

0120195 8/6 ©019106160 0000 00511015 10 1/6 01४51002 0118119. #/11॥6 {16 0051015 ग 66011860

507, छन

5100, 9015 गं 16 7396 0121815 ®0. 28 0 020 10681105 10 1116 01211 810 ##॥॥ 5[00॥ 16 90०० न्निं$. 2५}

४४116 2021#/3114116 गध्65 0106 (प सात52, 18179119

00510115 0 {116 19195 510 02।७५॥# 06 ©>68111186 09016 21५1) ॐ 8४ 6061५510. 8106

: 18

01 116 08515 01111656 11161016, > {1070500106 1135 0661 ३02४566 25 (101; 022 : 08 ग 7, 1/2, 780, 1963; (716 9 गि, 4-00 0.71. (151); 1 वा1८06 2837; ।गाप्री 0५6 77542.

4506.

0°-26!

1125 (१)

50

195-1

1181611

1001

2627"

५4५9

22°-39'

४6105

2%-27'

= 27°-22"

527

20°-20'

22°-8'

१३५

8०19,

61131 08 2528 11018 580 व

193

5010 4/251/85

:

(अथं€ गं ®>9®168)}

62212

: 069

: 3029202

[९011218

: ॥५218

:

न21425118

1171500 2॥९8 91160 (09 1116 500) 5202 ४2/92

12.15

15112 8812

21.50

5201112 ४292

12.27

12518 8212

35.10

0258 \/298

13.95

50802 8218

6.41 (2८02)

5100258 \/2102

12.97

682/8008 अं 0258 ॐ णि) : ४60५5 0 /8ग, 3 पाणा{#5, 25 0245. 10106 403५252 916 50010 5005 12026252, 1.6.081#/681) 30. 5-1963 2060 16-9-1963, {6 611५ ॥26 00661906 00612101 01 6011109 116 51000 21126080 ७९१५५२९0 {6 10106 876 116 (0५५९ ५३५५ 0662056 18

@(©)060 169) ४25 6831109 0100161715 1011118 0110. 116 500 [9 11/06 2116 0056 21009५५) ।66 1) 16

45660097 ##11100189018856075 006४ ४४111 1161101. 11616116 9040 314016516

{69.116 10296 ऽ शंप) 5 0८6 91009 ॥ 51800812 206 2906615 501 21009 ४111 ॥॥215 ४1116) ५16५0८966|४ 5 19 800५ 0 {76 0०५४. 116 910 00 ०0४ 2५100 2906865 1001 15 92॥९॥ @067ो४# 5210110 001 2150 ।§ ॥ 5810105 १िञी(50 2. 16 कशत ९७8 206 250 1/6 12120252 01/16 500 #/९5 1000109 10) 26.10.1993 10 12.2.1994. 10 1015 81100, 016 90 ग 16 09५8 09 6091660 00810 2॥ ० 162 #810# 2१60 00085 ग 16 9001 5८81780 7401 1261018. 18 52208 4291118 0 1068 500 15 2150 18500518 901 115 5416079 ०6९6९७५९ 5806 ?81252128 125 81४ 018211४ 51866 ॥) {118 2010191

109 ॥ 116 540 [ऽ 0255109 110५0 1116 512/202 ^४2511)2, 1/6 {9७ ज 1/6 121४6 ५।॥ 99 8७6.

१९७५१७५ ०1 {€ ^11२6258 21120898 01 106 5५0:

10 {€

001

॥॥ {118

सूर्यस्याऽन्तर्गते चन्द्रे लग्नात्केन्द्रत्रिकोणगे । विवाहं शुभकार्यं च नघान्यसमृद्धिकृत्‌ । ।४ । ।

गृहक्षेत्राभिवुद्धि च पशुवादनसम्पदाम्‌ । तुगेवा स्वर्षगे वाऽपि दारसौख्यं धनागमम्‌ ।।५।।

पुत्रलाभसुखं चैव सौख्यं राजसमागमम्‌ । महाराजप्रसादेन दृष्टसिद्धिसुखावषहम्‌ । ।६।। 4-6 : ॥0 106 [11 1#2120858 9 116 900 +) 1/6 ५06) 41216858, + 1116 1100 [ऽ 00516 ॥ 1116 ^566ण्धी, ^10165 अ 11)65, {16 ("11206 01 0116 20519010८5 17605 ५४॥ 181९6 01866 200 006 065 8106 1110८0# #68॥ 200 009 00001 ॥ (2110

वत ण्न 2160 090/101661005 #111116 264015710105 9 ४6110165, वपिा1815 8076 061 25565. 11116 1000 06600165 ०५४0 0/ 6068266 900, \/01118105 26600), &210 01४46211 15 68566 20012/001655 05005 010, 14105 16600010100 210 06551005, (मानिता ०५४७ 116 वीदाौषा6 9 0651166 ००66५४65, ५५ 8190 06 1/6 65015. 1106 ^भ1802585 0015 81501)6 ।७0 01116 210 10056 874 06640165 111 07 80) 0116 006 10056, 116 081५6 ५५ [2५6 000 081) 0 6 बी॥ 60110 115 0617100. ।16 ५/॥॥ 8150 20416 60 3255615

196

नवि

५2585 17 ऽ

1४/211860858

0116 ।५॥06 #/1161 ५४॥ 06 ५56 01115 नौतन. 440 64811016 1618160 10115 29066, 15 ॥५511866 85 (706 : £98110016 19 : ©218108 085 2 01110 : ।(8॥6५) ॥1 {118 †\५३९5112178

204

71802585 101 510 12012095

{00201518} 01 2/5 (45060801 1014) 20410 8 11600 10058. 281८ 15 8150 10 108 1011 10८56 1010) 116 {8120858

।०८ 5५0 ((408462\/8 [0456}.

11110000 1/6 9८11 1§ 0051860 ॥ 1/6 61) {0५७५6, † 15 10 16 600४ 45667680†

91/08

|०५ 806 8150 10 116 5100 0 8८३ बात).

{06 5५0 8 ।) (9105 ॥ 369 बी ३454४1). 10 1116 ^40।वात258 01020 10 {6 5005 ॥12/1202858 (70) 5.5.1967 10 28.3.1968} 1/6 १२।।५९ 091 000)

5

80009 तीति त [दावं ५०५ 16 2160 00 (8८600101 1011 116 96

24111011165. 104४6४81, 0८610 120581, 16 13010 51३४ ३#५#/107) 15 711.

दायेशादथ रिष्फस्थे रन्ते वा बलवर्जिते । ।२७।। बन्धनं स्थाननाशश्च कारागृहनिवेशनम्‌ । चौराहित्रणभीतिश्च

दारपत्रादिवर्नम्‌ ।।२८।।

चतुष्पाज्जीवनाशश्च गृहकषेत्रादिनाशनम्‌ । गुल्मक्षयादिरोगश्च हयतिसारादिषीडनमु । ।२९।। 27-29 . {16 01866767 9 021५ 11116 811 07116 12110५56 107 {116 ५2080258 0/५ ५५।॥ 6५56 [11015077767, 1201561, (076, {6ी, 68 10) 57120९6, ॥1[५7 &6., 001 1116 11५6

61/05 {06 (0070015 अ ४6 26 6116611. 5061 ^11270258 ५४॥ 2150 + १०५८८6।650॥5॥.61058 00691८00 दा 215, 10056, 20016011016 160, 2100 01564565 ॥6 0191615, 100616010915, 25111878 ©.

द्विसप्तस्ये तथा रादौ त्त्स्थानाधिपसंयुतते । उपमृत्युभयं चैव सर्पभीतिश्च सम्भवेत्‌ । ।३०।। दुर्गाजपं च कुर्वीत्‌ छागदानं समाचरेत्‌ ।

कृष्णां गांदद्याच्छन्तिमाप्नोत्यसंशयम्‌ महिषीं । ।३१।। 30-31 :102/\५15 0059166 "1111116 100५5 1116 7/0 1/6 210 11056, {11616 \५॥ 06 1116 00551011) 9 2॥ 6वा।# ५6बा#), ५401061 {जा 518॥480)016 ४/॥ |8010 80641818 5८000 19 {15 ¶कती.. 6991016 : 23 092 : 0816 9 0111 18.5.1966; 776 ग 011 9.00 115. 17) 1211५५6 28°-43' (१५); [ 0141006 ,77°-50"(£) 6818008 0858 8! 0110 : ॥८211016 : 30 ||.॥

61 0

|“ । |

।“| (1


06 02585 9 छन क्ा59; 1 {16 0858 9 1201705 4158 - 021 0 #€2॥/, ॥\ {116 0258 0 ^\165 ^1158 - 21706115 अ 6४6, 1 16 0258 9 0156685 - कर्तनी 0 106 ए्678| (10165, ॥ {116 0858 ज ^व८गा४5§ - 1066856 9 66111165, 11 {16 0858 ॐ ©8016) - 88 अ {ी, ॥ {06 08258 5901181105 - 61641101 01 60५6901, 10116 0888 9 4165 ~ 8585810

509

1५९४8/715-519/05, 1८81 8)2॥५8 0958

\#/68/20105, 1) 116 0858 9

20705 - 4५8/16॥ ॥) 16 0358 9 ©61)॥)/

6071015. 11656 8/6 1/6 (6505 9 06 08585 9 06101) 11538.

करकटे सुखमाप्नोति सिंहे भूपालतो भयम्‌। कन्यायां बन्धुतः सौख्यं तुलभे कीर्तिमाप्नुयात्‌ । \९ । ।

वृश्चिके च पितुः कष्टं चापे ज्ञानधनागमः । मकरे त्वयशो लोके कुम्भे वाणिज्यतः क्षतिः । ।१०।। मीने सुखमवाप्नोति ककि फलमीदृशम्‌ । ।१०⁄2 । । 9-102: १6७५७ त (€ 08535 ° ©शौोत्ल #)92: 11116 0858 0187661 ⁄1198 - 210 > 18/0011655 11116 0858 2 60-68/ । 1/6 1५110, ॥1 1116 0852 9 ४196 -ल्जाणि णा) णिठौ1615, 10 {16 0898 ज 11078 - वौविताि6ीिं 9 976 31716, ॥1 1116 0898 ७6011010 - 0151655 10 ग1167, ॥) 16 0858 ॐ ऽ201181145 - 11676856 ॥ ०५16606 2010 "6811, 1016 0258 9 ८वल्ज7-49160०८16 1१ 0५०16, 10 {16 0268 0 ^व4४21७5 - 055 ॥1 00511658, 10 {16 0858 0 0156065 व व76 01 12001655. 11696 216 1116 65415 9 1/6 ^\1158-5015

116 ©82166 ^1158.

वृश्चिके कलहः पीडा तुलभे सुखसम्पदः । ।११।। कन्यायां धनधान्यानि कके पशुगणाद्‌ भयम्‌ ।

सिंहे सुखं च दुःखं च मिथुने शत्रुवर्धनम्‌।।१२।। वृषे च सुखसम्पत्तिः मेषे कष्टमवाप्नुयात्‌ । मीने तुदीर्धयात्रा स्वात्‌ तिहांशे फलमीदुशम्‌ । ।१३।। 11-13: 0694105 छ †€ 02585 ° 160 ^ा)58; 1) 1116 0858 2 §60100 ^158 - 4८816। 210 0517695, 11116 08458 ॐ | 1018 - ल्भाीर्णि5ऽ, ॥1 1/6 0858 9 ऽ वा८5 - 08215, 11 {106

0858 अ \/700 - 1166856 ॥ \/68॥ 806 0050), ॥ {€ 0858 ©80667-0406 {01 116 311111215, 10116 0858 9 | 60 - {13/001655 85 ##©॥ 25 50010\/5, 1) 116 0858 ॐ ©611॥11-11616856 ॥ 6611165, ॥ {6 0858 अ 1 80745 - वीदं गअ ल्जाीीरणि5 310 25565 (0४), 1 {16 0858 ग ^4165 - 01511655, ॥0 16 0858 ° 15665 4041169 10 8

0151811 01206. {1656 816 106 1655 ग 1106 08585 01 160 11158.

आल

08852028 1108 58518

501

कुम्भभे धनलाभः स्यान्मकरेऽपि धनागमः । चापे भ्रातुजनात्‌ सौख्यं मेषे मातुसुखं वदेत्‌ । ।१४ ।।

वृषभे पुत्रसौख्यं च मिथुने शत्रुतो भयम्‌ । कर्के दारजनैः प्रीतिः सिंहे व्याधिविवर्धनम्‌ । ।१५।। कन्यायां चसुतोत्पत्तिः कन्यांशे फलमीदृशम्‌ । ।१५12। । 14-152 06७15 {06 02525 9 ४140 788; 1) {€ 0858 94५2005 ^‰1158 - 9210 9 \/68॥1, ॥ 116 0858 © ्ूणोत्ना-च८्ननी0) 9५680), 10106 02549 5241 20705-01685५76 जी) 0700615, 1016 0898 01 ^4165-र्बर्ति0) ग 70061, 1 116 0258 ग 18005 - 18001655 107) 0101811, 11106 0858 9 उना॥॥ - ५270469 11 106 न1ला1॥65., 11106 0258 9021067 - 07101655 01५40716) 0145, ॥) 106 058 ॐ । 60 - 3006/3100 9 05656, ॥0 € 0458 ° „190 0111 9 8 0016. 11656 26 116 (65045 अ 1116 02525 त /190-647158.

तुलभे धनसम्पत्तिर्वृर्चिके भ्रातृतः सुखम्‌ । ।१६।। पितृवर्गसुखं चापे मातुकष्टं मृगे वदेत्‌ ।

कुम्भे वाणिज्यतो लाभं मीने च सुखसम्पदम्‌ । ।१७। ॥ वृश्चिके च स्याः पीडा तुले च जलतो भयम्‌ । कन्यायां समुखसम्पत्तिस्तुलांशे फलमीदुशम्‌ । ।१८।। 16-18: १6७५७ 01106 08588 0 [1018 ^)58; 1) {€ 0858 अ 1 018 ^\1158 - 9210 9 6801 26 00४, ॥ 116 02580560 01625016 01065, 11106 085वर्ग 5201111145-

01655601655 {07 ५116165 3110 ©त0&ा†# 16181165; ॥ 16 0858 जा 03|गाल्ा - 45165510 707, 1 116 0858 01 ^4८21105 - 00511655 02/15, 1116 0858 01015065 - 0070115 0 #/6 | 2116 000611४, 1016

0858

5001100 - 49155 10 16, 10106 0958 | 03 - 08006

४४261, ॥ 106 08258 अ 190 - 0801 ज कवभणी1655 206 010४ (005). 11696 2/6 116 1655 01116 08525 9 1 1018 #1158.

कर्कभे धनहानिः स्यात्‌ सिंहे भूपालतो भयम्‌ । मिथुने भूमिलाभश्च वृषभे धनसम्पदः । ।१९।।

502

13४2115-51015, ॥६२1३०18५8 0958

मेषे तु रक्तजा पीडा मीने च सुखमादिशेत्‌ ।

कुम्भे वाणिज्यतो लाभो मकरे च धनक्षतिः ।।२०।। चापेसुखसम्पत्तिर्वृ च श्चिकांशे फलंत्विदम्‌ |(२०2 । । 19-201⁄2: १6७५५४७ > € 02585 9 5601010 1058; 1) {16 0858 0 © काथ 1198 - 1055 9 ५68, 1) 1/6 0858

0160 68/01 116 ५10 1116 08580 66170001 - वन्वीत

शात,

1106 0852 अ 12415 - 681 216 0006 (8255615), 1116 0858 (165 - 0601) ० 0006, 10 106 0858 0 05665 - 12001655, ॥ 116 0858 0 ^ 2165 - 0810 1) 0511655, 1) 1116 0852 9 0801001) - 055

0 #/6 81, ॥1 1116 0258 9 58012115 - 021) > #*68॥0. 11656 36 1/6 65415 01116 08585 ॐ 9601090 ^11198.

मेषे च धनलाभः स्यात्‌ वृषे भूमिविवर्द्धनम्‌।।२१।।

मिथुने सर्वसिद्धिः स्यात्‌ कर्कभे सुखसम्पदः । सहि सर्वसुखोत्पत्तिः कन्यायां कलहागमः । ।२२।। तुले वाणिज्यतो लाभो वृश्चिके रोगजं भयम्‌ । चापे पुत्रसुखं वाच्यं धनरंशे फलं त्विदम्‌ । {२३।। 21-23: 86७05 01116 0585 01 §व्ताधगाप§ 058:

1106 0458 ० ^‰1165 ^‰1158 - 081 ज #€ वौ), # 1/6 0858 9 वाप - च्ल्ञर्ी0ि) त 1216, ॥0 106 0258 ज उनी - 5006655 ॥1 2 20111165, ॥1 {16 08458 9 0680061 - 9810 9 02007655 206 000४ (07050611), 1) {116 0958 9 । 60 - 02001655 2॥ 20170, ॥1106 0858 2 190 - 01500165, ॥) 1/6 0858 त 1 018 - 08175 ॥ 01510655, 1) 1116

0858 9 ऽ(00100-भण06न9501 ज 02600 50106 0156856, 1 1/6 0858 0 901१21५5 - 01625076 0 0111061. 1656 216 16 (6505 {116 04525 01 52041105 ^\1158.

मकरे पुत्रलाभः स्यात्‌ कुम्भे धनविवर्धनम्‌ । मीने कल्याणमाप्नोति वुर्चिके पशुतो भयम्‌ | ।२४।। तुलभे त्वर्थलाभः स्यात्‌ कन्यायां शत्रुतो भयम्‌ । कर्कटे धियमाप्नोति सिंहे शत्रु जनाद्‌ भयम्‌ । ।२५।। मिथुने विषतो भीतिमुगांशे फलमीदुशम्‌ । २५2 । ।

9

0िवाकऽकत 1108 58578

503

24-25: 069५119 01 {6 02985 01 ©20116011 काय: 10106 0898 2 40116011 (158 - 01111 0 8 6110, ॥1 106 02538 014002105 -8(4ल01 0\/6, 1116 08520 0?15665 - (छलि नीं 0 ५/61816, 10106 028520156011010 -08706 10) 2011215, 10116 0858 01 1018 - 8/0 ॐ \68॥1), 1) 106 0858 अ \/100 - &8 101१ €6171165, 10 111€ 0258 ॐ ©8166॥ - 20415110) ॐ #५68॥1), 10 106 0898 2 ।-60 {68 10) 20४/652/165, 10 106 0858 9 6न1॥1। - 4816 1011 0050. 11656 816 116 (65015 9 1/6 08585 9 02060) 1158.

वृषभे धनसम्पत्तिर्मेषे नेत्रजो भयम्‌ । ।२६।। मीनभे दीर्घयात्रा स्यात्‌ कुम्भे धनविवर्धनम्‌ । मकरे सर्वसिद्धिः स्याच्चापे ज्ञानविवर्धनम्‌ । ।२७।।

मेषे सौख्यविनाशः स्यात्‌ वृषभे मरणं भवेत्‌ । मिथुने सुखसम्पत्तिः कुम्भांशे फलमीदृशम्‌ । ।२८।। 26-28: 065५1१5 01 € 08585 01 ॥^0५211४5 1958. 1) {16 0858 9 1 80115 ^‰1)58 - 2006100 9 6810, ॥1 106 [0858 ॐ ^165 - 6#/© 0156256, ॥0 106 0258 9 7156065 - [०८५1610 8 01518111 01868, 10 {116 058 अ ^५८ २01८5 - 20618110 न #6व४्, 1) 106 0858 9 02011001 - 5060655 ॥ 8॥ 201141165 (25), 1) 116 0858 320॥131105 - 11016856 111400\/16006 (68105) - 11116 0858 0 ⁄/165 517 त (005, 10 106 0858 ग 1 वाऽ - 06, 1 {116 085 06) - 1016256 0 0070115 206 गणा (0090611). 11656 2/6 106 (6515 9 106 08585 र ^\4८५211५5 1788.

कर्कटे धनवृद्धिः स्यात्‌ सिंहे राजाश्चयं वदेत्‌। कन्यायां धनघान्यानि तुते वाणिज्यतो धनम्‌ । ।२९।।

वृश्चिके ज्वरजा पीडा चापे ज्ञानसुखोदयः | मकरे स्त्रीविरोधः स्यात्‌कुम्भे च जलतो भयम्‌ । ।३०।।

मीने तु सर्वसौभाग्यं मीनांशे फलमीदुशम्‌ । दशाद्ंशक्रमेणैव ज्ञात्वा सर्वफलं वदेत्‌ । }३१।।

0858

29-31: 26७५5 0 {16 058 9 5685 1058; 10 1/6 0858 ° ©8766॥ ^1158 - 3001 9 6800, ॥1 106 1 60 - 60001116 1९410, 1111116 08580 1006-0 9) 9४6 बी॥

504

3४ आी5-508, ।९81>0१8॥५३ 0258

200 008,

0 106 0258 0103 - 02015 10 00510655, ॥1 1116 0858

0 600७0 - वौीाभा 9 6४6, # ¶16 0858 अ 530८5 - 60 9 17016646 (1611105), 10116 02580691 -लभिणिसौजा की 1/6 #16, ॥ 16 0858 9 44020105 - 0270671) ५9, ॥1 {116 0858 0 09665 - € अ 0५16 2॥ ०५6. 11656 2/6 11)6 6515 0006 08585

0 06665 158.

क्रूरग्रहदशाकाले शान्ति कुर्याद विधानतः । ततः शुभमवाप्नोति तदशायां न संशयः । ।३२।। 32: 04100 116 02585 0116 7816 0180665, ॥ णिजि 09000 01285 15 अणिी)6601) ०6501066 1610005 7165, 11616505

४५)॥, (1700910160)/ 06 9006.

अथाष्टकवर्गाध्यायः । ।६८ । | 0291668

0511५426 भगवान्‌ ! भवताऽऽख्यातं ग्रहभावादिजं फलम्‌ ।

बहूनामृषिवर्याणामाचार्याणां च सम्मतम्‌ । ।१।। संकारात्‌ तत्फलानां च ग्रहाणां गतिसंकरात्‌ ।

इत्थमेवेति नो स्वै ज्ञात्वा वक्तुमलं नराः । ।२।। कलौ पापरतानां च मन्दा बुद्धिर्यतो नृणाम्‌ । अतोऽल्पुद्धिगम्यं यत्‌ शास्त्रमेतद्‌ वदस्व मे। ।३।। तत्तत्कालग्रहस्थित्या मानवानां परिस्फुटम्‌ । सुखदुःखपरिक्ानमायुषो निर्णयं तथा।।४।। 1-4: #21116/8 586 - 0 (0/0 ।०८ 8/6 5166 (81160 106 9्6५§ 9 01265 (गर्े) 2116 1100565 (भर्वो) 2061 (€ 61119 10 कभा 52065 (ऋषि) 2110 16807160 06660105 (आचार्या), 0५1 ॥ 0801001 11४ 06 ~460 ५1616 {11656 8161116 0)# 00166 00951016 65015 ॥ ५6५४. {06 (जानता न्तिऽ 6205660 0#/106 तिल वाऽन) 10४नाानी5 0116 0182065. 10116211/002.116 11011120 06105 #/1 06607116 ५७॥ 0119 10 106॥ १6५06766 1 517५ ५6605 216, 11616016, 06 00191061816 तं 6490070 8 55167) > 51५0) (सास्त्र) 0171116 06505 \५)0 #/०॥0 06 12५14 ।0\/ 06669105 200 1110001 \10॥ 1069 ००५6 981 8 069

506

5]1181९५2108

10५16006 200५1161 02001655, 59010५5 270 0106411 716181४0 06॥16 209 106 0051105 01 0121615 ॥1 18051.

साधु पृष्टं त्वया ब्रह्मन्‌ ! कथयामि तवाग्रतः । लोकयात्रापरिज्ञानमायुषो निर्णवं तथा । ।५।। संकरस्याविरोधल्व शास्त्रस्यापि प्रयोजनम्‌ । जनानामुपकारार्थं सावधानमनाः शुणु ।।६।। 5-6: 81121151 0825818 520 - 0 81201110 । 0८ ३५6 00560 8 &0५ 0८65100. ॥०५४ । ऽनरजि†ौ 0606 #०८४ ३ 50891738 (5#/5{ना) 01 01100165) ५106 \#/॥ 17046816 106 65115 (6121100 10106 ॥ 1116 181५6 85 \#*6॥ 25 06ना116 015 01046५1४, 2160 106 650॥5 ५ 115 5125189 ५५॥ 01676 ल्जावरवलं 70 19069 116 6505 070००५7060 € 167 24 ५ (लाली 016 10 2.

लग्नादिव्ययपर्यन्तं भावाः संज्ञानुरूपतः ।

फलदाः शुभसंदृष्टा युक्ता वा शोभना मताः । ।७।। ते तूच्वादिभगैः खेटैर्नं चास्तारिभनीचगैः। पापेर्दुष्टयुता भावाः कल्याणेतरदायकाः । ।८। ।

तैरतारिभनीचस्थेर्न च मित्रस्वभोच्चगैः। एवं सामान्यतः प्रोक्तं होराशास्त्र्सूरिभिः । ।९ |। मयतत्‌ सकलं प्रोर्व॑तं पूर्वाचार्यानुवर्तिना ।

आयुश्च लोकयात्रां च शास्त्रस्यास्यते प्रयोजनम्‌ । ।१०।। निश्चेतुं तनन शक्नोति वसिष्ठौ वा बृहस्पतिः । किं पुनर्मनुजास्तत्र विशेषात्तु कलौ युगे । ।११।। 7-11 : 9210 †0ा१ 106 ^566108॥11 (19 10056) 90 106 121 0८56, 1110656 {५61५6 110८565 26 005565560 0 0 2506060 0\/ 1/6 0606 0182165, {16 ५८॥ 9१५6 ३७५।०।८।०५५ 65115 25006010 {176 50716015. 11656 (6515 816 1181160 01 र 516)

0127615 86 05166 ॥ {116॥ 0\/0) 0 17614## 07 64860 5005. 1 8 01376 15 0071051, ॥1 20 ॥117116381 0 46001 भंत ऽप) 2116 ८1061106 25066011 0181161, 1106 00660760 00056 ५४॥ 41५6।1५9000७5

1685115, 0000516

10 ॥5 5109116ब0ी5. 116 1681160 ० 1116 11018

9112618 (होरा शास्त्र) [1/6 €)4210111४ 11019160 1116 (65405 01116 0184165



08026818 11018 58808

507

06119 01110051, ॥1 10191081 5107, ॥1 ५6010) 01710 161त|/ 0111116 51001648 810). ^ 6 00110116 6816 16811160 56101205 (पर्वाचार्यौ), | [2५6 5860 2॥ 11656 16515. ©/61 € 52065 \/85111518 (वषिष्ठ) 210 8120880† (बृहस्सति) {2\/6 110 066) 8016 10 06615619 85018॥1 116 12/0011655 200 5010५४5, 210 106 10106४7४ 9 ॥& 200 2150 9

06606 {116 08516 510512066 9 1116 31251185, 10611 [0४4 20 00 06901 6506618॥४ 10 1116 ।



5

|ण्ध्य

504

। 806४5

।("^ " | =+

81101138; 11111141 “| “* "|| ॥ [1 0180118 01 1 (.( (( (^^

6811181 7258212 11018 5258

7180615 ©001110011709 8100५८5 91818 ४३108 0 {7€ 40010 :

511

(करणप्रद) {0 16

भाग्यस्वयोश्च षड्‌ वेश्ममृतिष्टोरासु पञ्च च ।

मानदुश्चिक्ययोरेकः सुते वेदा अरिच्त्रियोः । ।२३।। त्रयो व्ययेष्टावाये च शून्यं शीतकरस्य तु ।

होरार्कारार्किभूगवोंऽगन्नाकेन्द्रार्किभार्गवाः । ।२४। । जीवोऽककर्किन्दुलग्नारा होरेन्दु-गुरु-भास्कराः । सितज्ञार्याः कुजतनुमन्दास्ते सितशीतगू । ।२५।। होरार्कारार्किविज्जीवाः शनिः खंसकलाः क्रमात्‌ । 23-2512: ऽ 0181615101116 9111 2061116 210 110056510111116 1000 ४४॥ 06 60110119 0116005 (करणप्रद); 1४6 01811915 ॥) 1106 4), 106 81) 3010 1116 151 1100565; ०16 0120161 1110) वात 1/6 5610८568; णि 012/1615 ॥ {6 511 10056; 166 0120165 0 {16 611 206 1/6 711 10565; 2॥ 1/6 01265 1 116 12) ॥0०८56 876 00 0 ॥1106 1110 1056 ४५॥ 60111016 81105. 11116 19110८56 016 ^57 3168५202 91/16 1४001 ४५।॥ 08५6 1/6 ^ऽ८्लातव, (16 5001, ४ दा5, ऽवा वातं ४८61८05 (1५४6 01765); 1 {116 210 10056, 1116 ^566ातधवाा , 6160, 16 540, 1061४600), ऽणो 206 (6005 (ऽ) 0180165); 10 #6 उत 70056, च्ल (76 वान); # {16 41#) 00५56, 106 5८0, ऽका), 1/6 000, 1/6 ^56नातदां 200 1४485 (1\/6 01205); 11 {6 51) 10056, {16 ^5(6ातदा†, 116 मन्ना, चथ 2016 {16 97 (0८! 0121615); 10 1116 61 1056, ४61८5, 61607 804 ५८लि (1166 0बालं$); 1 116 7/1 ।10४056, 1815,1116 ^\50600 ती 214 58111 (11166 शा&ऽ);

11 {6 81 10056, ॥#815, 1116 ^5(लारधवाा,

51111, ४615, 2/6 16 1000 (१५९ 0181165); 1 {116 91 11056, {06

#ऽ(नातसा, 106 540, 215, ऽवा), ।५नल्णा# अत चपणौनल (59६ 01201615); 11106 101) 10८56, ऽवा (006 0120761); 10 1116 111)) (0५56, 110 0182016 21611106 121 10८56, 8॥ 116 &0/1 01841615, ४५ 67710८6 2811005 (© वा2०7268 01201615). 10185 : 01/16 08515 0116 01600170 5128022, 1/6 ^5111212४208 तउ

19 1116 ॥00) 185 066) ॥४५अ8160. ॥ 15 0५९ 6४10607, 70 1/6

13618108 35 216 #/161 1116 14000 1/8151 {16 51005 1,2,4,5,9 80 12,1001

‰511121९/2108

512

1116 08३ 5५0, † #/॥| 68056 ५18#/0018016 165५5. ॥1 116 1651 9 16 10065 (51005),

४४1 0५५५6

00616505. 11/16 58716 7121161, 1/6 0123665 ४616

116 ०191 01305 80116 4586610 ॥2५/6 6071700166 1/6 0015, 11611875

ग 6 100) ०५6 5५५ 0126865 ४४1 66106 1)209010100८5165015 810 व भौ 0120685, {116 65 ४४॥ 06 0619618|. 0911122 ४21802 © 21418 मग {06 #00ी 500४170 {06 सतप

110४566 | 7 (8015) । 500

(च णि

^ वा

५ नि

?180615 ©050111041109 ^\511816४81208 01 215;

4८0

(>

|

४9

ऽवं

810४५८§

5 _| 1०० 4500 | 870५5

(करणप्रद) 10 16

व्ययवेश्मसुतस्त्रीषु षट्‌ सप्त॒ धनधर्मयोः । ।२६।। होरामूत्यवोः शरा वेदा विक्रमे ले त्रयः क्षते। द्रौ भवे शून्यमेव स्यात्‌ करणं भूमिजस्य तु । {२७।। कुजस्यारकेन्दुविज्जीवसिता लग्नशनी च तु, सितारगुक्मन्दाः स्युर्धर्मोक्तिषु॒कुजं विना । ।२८।।

8111391 0885883 1108 ऽद

513

चन्द्रारगुदशुक्रार्किलग्नानि कुजभास्करी। जञेन्दर्कसितलग्नार्या एषु ॑शुक्रं विना ततः । ।२९।।

विना शनिं सप्त धर्मे सितेन्दुजञा वियत्ततः। जर्क्दजञेन्दुलग्नाराः करणं प्रोच्यते क्रमात्‌ । ।३०।।

26-30: ७†‹ 0120615 10 {6 12111, {€ 417, {06 5/7 206 1/6 7ौ) 0५565 101 ॥215 (6017006 हिऽ ((८३7201207268 - करणप्रद);

56/61 0180615 1 {116 21/16 2110 {116 9111 100568; ५९6 0121615 [1116 151 8016 1116 81) 00५5685; 0५1 0181615 ॥1 16 316 0८56, {1166 01261510 {06 101) 10056; १५५० 0121615 11 {16 601 10056 810 110 01808 ॥ {118 1111) [0८56 ४४॥ 000010८6 8171605 (< &180व0208 01305).

11116 1181 10५56 ग {116 ^511 13५९108 न 1५25 #४॥ [18५6 16 ऽ, 1116 1४001, ५616009, 4५016121 ४611४५5 (1५6 01210615); ॥ {€ 26 10056, {16 4566, ऽवप, 116 ऽ), 106 000, 16960, ५५01197 806 ४60८5 (56४6) 0120615}; ॥ {© 36 0४58,

\/ला05, 11405, ९८५0116 4016 581५1 (001 0182065}; ॥ 106 41 0८56, 11215, {116 9401, 1/6 001, 61600, ५५०न वात 1106 45666901 (५0६ 0191615); 11116 51 10056, {116 1#0010, 1205, ५४गीलि, ४९0४५, ऽभे 3001016 ^\5066100 811१ (ऽ; 0140618); 1011116 61070058, 4815 800 ऽभपा)

(1/0 0120165) 1 {6 7) 10५56, ५600, 116 4000, 16 ऽ), \/6©105, {116 ^\56नातदं 206 4ण0& (5) 01615); 1 106 81 70056, ४/5, ५6001, 106 1४600), {€ 50 216 116 ^50606801 (1४6 0120615); 1) 106 91) 0५56 8॥ 116 0120 @6901110 ऽ भता) (56५9) 01865); 10 {116 1010 10056, ४61४5, 1116 11001) 20 (6609 (1186 0120615}; ॥) {06 111} 10056 70 1209, 806 ॥ 116 1211 [0४56, 106 500, ऽश॑घाण, (भनलष्णा#, (16 1000, 176 ^566076807 206 ।५2/5 (51

0120615) ५५॥ 06 00111011 8116005 1 {6 (25 ^5# 2६8५298. ॥01९७ ` ^

10511101

ग 32५३५808

08/42

८0ी11100119 0124195 (1681220 202) 15 20060060 ०००४४ :

ज 816५

514

45121816५2102

^511121९2५/208 ©12॥61> 51 215 5010416 {116 8101005 : ८

115 व06 €४0ल ठा 105 ©21602 वं ४61) 1४25 11805} 1/6

00911005 (59715) 15, 26, 411, 5), लौ, शौ, 9) 216 1 णा 106 12068 9100, † ४1 (0106466 1120501600516505. 11/16 58718 (11216116 [2/0५12048 206 ५02/0५12016 1650115 0 १6 पदा गं दऽ 11165086 ज भौन 0180615, 0०५५ 06 0616206 85 06 7161 00591015 85 [0518166 ॥ {6 ©)8|५३.

0180615 ©011171001100 ९811५८5 ^\911121९५४/8108 01 ४61601४ :

(करणप्रद) 10 11€

तनुस्वगृहकर्मारिधर्मेष्वगिनर्मृतौ करौ । भ्रातुस्कियो रसा लाभे शुन्यंपुत्रेव्ययेशराः । ।३१।।

वुधास्यरकेन्दुगुरवो गु्सूर्यबुघाः क्रमात्‌ । -लग्नार्कारार्किचन्द्रार्या ज्ञार्कार्या हिबुधस्य तु। ।३२।।

जवा 28728378 11012 52508

515

जीवारेन्दारकिलग्नानि शुक्रमन्नघरासुताः।

जेन्दुलग्नार्कशुक्रर्या जार्कौ जीवेन्दुलग्नकाः | ।३३।। र्कर्यशुक्राः शून्यं च होरेन्ारार्किभार्गवाः । ३३2 । ।

31-3314: 11/66 0120615 ॥1 {6 151, 16 2/1, 106 41, 116

10, †#16 6) कात जौ 1008565 ता) भलप्य#/ ४५॥ 06 न्जापएपीपि 2100८ (21800268 - करणप्रद); {५५0 0130615 ॥) {116 9ौ 0८58; $ 0121615 ॥0 {116 346 8710 {116 नौ 00565; 10 01206 ।) {116 111) 0058;

1५6 0121615 ॥ 116 5 816 12) 00565 ४५ (जा00ा 81005.

0 {€ 19 00५56 ग (6 5122५210 9 ५1660, ५

12४6 {16 ऽ), 1/6 11001 206 ५५०७; 11 16 2016 0५56, «५०6, 116 91 216 6601; 01116 31010056, 116 4560606 दीं, 6 5८00, ।५2/5, 5९111), {6 400 2010 ५५०; ॥ 1116 41) 00585 16 5000, 66४४ 204 न; ॥1 (76 510 70056, चणुणालि, ।#वाऽ, 1/6 1४00), ऽ भपा) > 1116 45061768}; 11116 6010५56, ४५३, ऽवं) 2010 1॥205;101106 7 10५56, 660, 1116 ५00), {116 ^ऽ(्लातधवा, ॥06 07, ४४5 20 ५८00न; 101 {116 91) 10५56 4५06, 116 1४00) 201 1116 ^४ऽ(्नोरववा; ॥

{176 100 10५56, 16 5५0, 4८(ीलि दात ४७1५5; 1) {16 111) 10056, 00 0121161, ॥1 {116 12111 11056, {16 45(नभातै दा, {106 400), 1४878, ऽणो 216 ४९0४5 ५५॥ 06 (जा¶0ती79 81405 (005) ॥) {16 ^6112163५/2108 6८0.

।५०165 : 1116 0051105 0† 116 810७5 {16८ऽ6 0४ 10119 {16 १९।९ 2072082 (0७6 065) 0131615 ॥) 185€न गा (4005 ^5}11268५8108 28 [85 066 18118166 0# {€ 59610 1/6 01806004 ^6/#/2/8. 115 60016 06 50717161566 85 00५४5

001"

:

॥अौभतव४गा98 - तिशतीगारतय 2८७८ 0४णड (69015

(101 1/6

:

(५८11081 0 00511019

5५0

: 31५, 6,

†#001

:

7}, 5,

1215

: 200, 3/५, 5,

।610५।#

:

15, 36, 6,

100, 111

तौ#ौ, 10, 6,

अ,

15, 36, भौ, 5ौ+, 7,

6

114 10),

6 121

8), 10),

7 1117

8

538

व॥९18 50067818

4५06

:

15, 4}, त,

5}, 160,

11),

121

7

५617५

: 3५, 41}, 5,

7}, 9}, 101), 1110

7

5५10

: 3५, 5,

6,

11)

4

5060020

: 30५, 6,

101, 111)

नय

4

२५५06०४५ 0091075

49

45 540, 1/6 11205016005 116 ।नागी

(6015) 00511019

47

00511005 00 9 12 1) 169चश्ल ज 626) 0 शीनं

४४।॥ 0681009 10 ९1160 85 ॥85 0660 0501886 ॥0 6256 ग 16 5५0 200

1660 001 06 661656५ 0०५९ [618 35 ॥ ।5 0५16 {71016 10 35661210. 51111811, 210 ।१५।४1५७३ 45121९8 ५2198 6 211 ४16 15 2150 ॥(70447 25 ९8011357 2॥९2५४वा98 (8.५.४. [6 नाशक

10 5000} ज #6 ४60

सीत

गौ9/' 0139795 06 ४४01९60 00, 1151 ।0 ।850शल रज €&8©| 0209 270 161) 260700५6 नौ 06 2440. {16106 01४४३10, ४/९ ४1651101 0\/61564४65 10 ९©.4.४/. 618

200 1@ 8.4.४.

७ 686) 03न

।दीन 1020 6184179 ।१0।४16८8 0

06५९।०009 16 60700000 8.4.\/. नभौ.

19/१1

116 (ष्णा

:

॥ 0०0

। 1 || [1 |०000| ०9090 {| 0090

॥ 1 1 | ५५ । । | | 0००० | 909 |००००

^91119॥८३ ४०8 (/00 16

91 918; पिनती००420 ०८90160०४5 0०5: :

॥4८५71081 0 00511015

5५0

: ॐ,

तौ, 6,

10010

: 9५, 60), 111)

५1616५1

: 3⁄५, ॐ,

215

:

100,

111

5 3

®,

14

15, 210, 4,

7,

4 8,

10),

11

7

073 09252

0/1 91111

6), 100,

\/6145

61, 8}, 111, 12

ऽवा

15, 4), 7), 8), 9), 110

111,

10

19, 30, 6}, 10,

5690

539

[109 5858

14४

८ > >+ ^~

108 2७७060५५ 00511005 8 56, 116 ।1211501610४5 00511018 ©.९.४. 20

91 818

39 57

:

| 1 11 1| ।।।। 00०9० | ००००

0311121६8४210> ० (५66८;

पिनतीभु0नदय ०४८अनिल ०८5 00७01008; 14071061

10071 106

00911005 5५0

:

1४000 (1215 1/1

5,

6ौ, 9}, 117,

12

5

200, 411, 60, 8}, 10), 6।

111

6

15, 210, 4,

तौ, 8,

9,

10},

15, 3/५, 5,

61, अ,

100,

1110, 12)

111

५0181

61, 5,

675

15, 210, 3५, 417, 5), 8), भौ), 1117)

8

ऽग्र

19}, 2010, 4}, तौ), 804, 9, 10), 11

8

56610 विं

111), 12

8 8

151, 200, 4,

6,

4

81, 100,

111)

भैर 205960७5 0091005 45 50611, 16 [६७50८०७७

7

54 00511008

42

540

¶ी.जोठ 0067812

9.4.\/. उवा

ग नल्व

:

090१ ०॥०४०।५8 ०1 ५५०४०; 0

09५2

०५७१०।५१०५७ 9061075,

106

14411061 00511005

5८0

: 151, 216, 3,

41), 7,

1007

: 200, 5}, 7,

9), 111)

॥2/5

: 15, 2/0, 4), 7), 810), 10),

॥©6॥4

: 15, 2010, 4,

51), 5,

8), ओ,

10),

1110 9 5

111)

9), 107,

7 111)

8

«00061

: 15, 270, उछ, 4+†, 7, शी, 10), 11४)

8

\/60145

: 210, 51}, 5,

6

537

: ८,

5668063

: 15, 2060, 4,

9), 10,

1110

51), 6), 121 5), 610, 7), 9), 10),

4 111) 9

102 205060८5 00510015

56

5 5101, {116 [1805[0161005 00511005

40

6.4.४., 0181 9 चीन

;

541

181 0825212 1102 98502

5111 21९2४२।2 1 ४९४5; (107

१९९20158

३५८७0160८७5 ०080

:

14471061 गं

1/8

00511005 500

: 81), 111), 12

1000

: 151, 210, 3८, 41, 5,

| 215

: 3४, 510, 9,

9,

1616019

: 3⁄४, 5}, 6,

90, 111

९0016

: 5,

1000, 11४

\/6105

: 151, 210, 3८, 41, ॐ), 81, 9,

810, 9,

3 810, 9†, 111), 12109

1110, 12

© 5 5 10), 11109

७20

: 3४, 40. ॐ,

5,

9,

10),

5660100

: 15, 216, 3८, 4,

ॐ,

810, 9†, 111)

110

10व। 2050161005 0057075 5 9.९.४. ना

प 8

52

546, {06 [20500005

0051005

44

ग ४७न८

9 1। भ

000 छि 06 8 0००००

8111213४

०1 5 वाधा; 0९।6ौग91268 2८७(016०५८5 00511005 ; †८71061

(070) 1/6

00511005 500

` 151, 200, 41, 7,

11000

: ८.

8,

100,

©}, 111

17

7 3

11215

: 31५, 51, 6,

1007, 111), 12)

©

|॥>, ५11 ।।

: 60, 810, 9,

10,

6

111), 121

542

14018 51100008

९८01181

: 57, -61), 111}, 121)

4

\/60145

: 61), 111}, 12

3

92147

: 3५, 5,

50801041

=: 151, 310, क,

6,

111)

4

तौ), 10,

1110

8

नगवा 205०60४5 0051105 45 3401), 106 1012८501610५5 0057075 9.4.४४.

©

9

इभा

39 57

:

0 81112॥6व४ 2108 > {196 ॥^869तववीां >५5[01610८5 00511190 ; गिण) 106



1471061 7091005

(~ ||

: 3५, 41, 6), 100,

11001

: 3५, 5,

10),

600, 10,

11),

12)

111), 121)

5

1/(>,(1

: 15, 37

५161001 ९८081

: 151, 276, 4#, 6, 80), 10), 111) # : 15, 206, 4, 5, 60), 7, 9, 100, 110 9

४60५9

: 15, 200, 30, 41, 500, 8), 9

७521017

: 15, 31५, 4,

50800

`: 30, 61, 100,

50, 1000, 111)

¶10ंत्‌ ३८506005 5

110

6

111 00511005

540, {16 [12७50101005 0051005

5

7 6 4 (~© न५

जिल ९ व्ऽवात 11028 58518 8.९.४.

(तावा

91 16

^§6्शौतवां

543

:

~

11111 ||| | ।1।। 0०० | ००००| ०००० ।11 0००० ९.५... नऽन्लिा0वण

115

^0//2#/

(© 30160) €1100666

{€ 509६त

ग 1402

9000/2808 (1112004 0(2। 06५01100). 4161 02/17 ५।९५५0 {6 ^511121९३५2/92 0020 01 2॥ 1/6 0120615 1761५410 106 ^56600201१, 1/6 760 (64८60 5160, 10 115 #ऽ1@7), 5 10 2001४ ८611210 (80611005 ०\/९ {656 िा5. 116 {9 ज ॥§ (ताणं 06100, न 60८56, 1171९072 51001202. 106 725))1 2५2

(12 51075} €16070285565 100 11205 ज 112710८3 51905 11656

2/8 25 {०10५ : 1} 6॥§ ऽश ज (1द0पा2ा 5005

‡ ^7165, [{60, 9201121105.

॥) 56८०५

: 120५5, 10, © भणी

#) तं

56 ग 11270418 51005 ऽन ज पारतठिपामः 5905

1५४} (0401

ऽन ज श्ण

4611060 ० 17९0118 51060918 176 गततं

5005

[018, ^402105

=: ©02166/, 5601010, 16065.

:

न 115 1#/06 म (8तवला0ा 125 06610 64121066 0४

16 9296 ॥1 91110185 3 {0 5 01८ 016 शिला,

: 066,

26 1760५66 10 ४०७ 2०166

५6एनोतीीतु ८000 116 ५४21005 6071001 9005

ज 0५071061

06012 १6९85 60721160 0# 1/6 €86॥ 5101 ज 1/6 60002160 56 1112710 ८12। 51005. [91 ८5 {266 ३ नौ ।68। ।००॥ ०५6। 1/6 100 11265 11800 ७18/ 51005 10 {5 ^5111212४/2198 ० 16 9५0 206 160 2001४ 10656 0110610165.

116 9 5160 164८५ ०४6 0616 15 10 10086 116 580 1 +न 10९ 900 15 0051160 1 {16 नी {9 1076 517 च

60666

लौभाौ आ५ तलािमती 10) 109 ५6

५0५0 {6 1\५९।५९ 5115 5121179 10

{12 57

(60पताप) 91

5100. 10616016,



(16 590 ग 106 540)

544

11408 9010५॥19)3

206 {610 17101201 106 0)€। 02065 ॥ {06 (भता

भ 1061 (550661५6

51005 9 021५1 1066261, 106 60४ {06 0८710681 न 0616025 0092106 0# 11656 51005 1) 116 511121९8 ५2/02 ग 16 500 9610#४ 626 ० (067. {6 ८५ ५२४४ 106 111९0712 500५0202

11160

(&५५नी०ी) 00248

26000101.

00 तौीवतिवे ली वातात त {© 9015 69111 व|(व४ना त : †00| ४७) 1018 ¢

|$|

(५०5

१५४ [०७७ 005 |

५0. ५ 061९185 06 06606700

106 9८0 ऽ 00560 ॥॥ 16 160 ऽछा 206 115 160 ऽन 10८5 0860765 {6 0211 अ 1510॥120916 20016 01/61 1#*0 51005 06110 52012105 200 165. 1656 51405 2/6 [2५170 [60 (3), 98011215 (3) 2016 ^ 165 (8) ‰6।९)25. 51768 {06 तिति

॥0 3, † 5004016 06 066५५66 107) 2॥

106 1166 00710616 162४100 16 0212066 25.0, 0 206 3. 71211, 106 5860000 {/127016 #४॥ 06 103 ग „1040 (3), ©श्िट्छा (5) अतण 12145 (3). {1616 2150 3 15 16 16851 7471061 206 ०001 2001179 (€८नैीनाी ग 19५।€ 3 10 2॥, ५6 06 0,2 20 106 31५ 11276

ज [02

0 25 16 02266.

(3), ^4४210905

(६०५५ 60770

(5) 276 उ€किति

10

(5). ^421)

४४6 901 1116 {0/6 3 25 1/6 2७ ८711087 206 600560060101#, 16 (8५५6660 005 ५1 06 0, 2 200 2. ॥ †6 शलौ) 1127016 ० 56000 (3), 15665 (5) 200 ©21061 (4) 290, #& 06 3 25 8 162७ तध. 8# (6५५५9 107 व| {16 10166, 106 18503



00तित्डा ४५॥ 06 0,2 वां 1.

106 7071061 25 00210966 गी€। 16 (80८0 51006 06 706 ५०५1 0810 626 5100 25 216 50040 10 105 02९2. {धं ॥ 2 #€6 णलि 106 3010125 3 10 5

† 7139 06 7066

17345 ज 11गातरताडा 9005, 106 151 07ल06 15



अण८र०96.

106 5660176 11761016 €णना6तं 1 10656 91101535 1 1039 10 16 11108| 51005, [ 20 5190 {5 ५6५0

ज 20 2648,

00 6५060)

५०५५

06 0166060. [€ ७5 5000056, ॥) {06 {19 11186 ग {16 111270५2 51905

जीद 0825202 11018 93808

545

1.6. ^‰/165, @0 1 810 9801181005 0055655 10710918 0, 3 216 6 16506606). 91066

0" {5 1/6 16७ तीतरी ॥ 1

1120, 25 1/6 1४16 0965, † 50006

06 90 ।6५८५6५ {07 | 1176 {0166 1८कड

2010 {16 अणणल्गोना ग

४//116/॥ ४0410 (651 0 ५८2॥)/ १0 ।60८नणनि. (५0४४ 19 ५5 {2/8 00 10 16 {1110 0106016 &€110००1७0 ॥0 11956 90101485 ##16/ 51865 प्यं ॥ 2॥ #॥16 ८0

0 #& (68 5005 0 >

081116८1 11106 26 10911162, @४७॥ {164 11656 667168| 9५७5 ०७ 9 1800५080 {ता 2॥ न पशत). 017 @अ(८व9018, ॥ #6 उ 1702 0०५0 ग 17190८12 5905 ४२.,उश0ि।, [ 012, 44020105, (भा 2 061९025 1) 686) ण धीना) 200 16068, †6 086८ननि) ग #6€ ० 2 शी ०6 लमीां66 ० 107) 2॥ 16 11186 505, 168४100 8 0212008 9 0" 1 2॥ 1/@ {1166 62585. 115 (77606 06 526 ॥ ॥#65 वालि डं ¶ 7८8 0 विनती ठऽ ॥ 2॥ 116 1186 5175 216 ©0५७५३॥ {160 2॥ {116 (0ध7एकअऽ 10 1/6 अभी6 11073 01000 0८ ©17117 50५ (1.9. (७५५५०९५ 19 2610). &॥ 1/@ {11166 [11160165 67५१५३७५ 10 106 5110685 3 10 5 9५, ©30) 08 500१190

0) (#)

५0 25 {01005

:

##/060 0ऽञपिीवि 19015 न 06९25 20068 10 > 11702 7040 01/66 51905, 1600606 116 (०५४९6७1 100) 2॥ {€ (56 {9 ८185. ##/16 30} 5100 1 3 ॥1703। छण) 9 505 8 68४0५ 20# 061९2, 00 1७0८0

(॥)

\#71610 ८009

15 7668552.

म 061९085 ॥1 >| 1116 1066 5005 ७ 1/8

{112 10५0 >+© 64७८2, 1€@०५6 3॥ 116 0५८00615 (8५6 † 8५५५686 {0 2810). 01 00710190 (6५५५०1७)

26 20160

न 18 1९008

50060202,

00 {0686 (11066

19085.

नौ#न6' 5300015

अथैकाधिपत्यशोधनाध्यायः । ।७०।। 0216170

£।८001110॥. १^ 91100144 (00५1045) ॥१५ ^७^॥(@)016-93) ५5760

1

©1120191-69, 116 5४1 [5 (05166 1 (60 59१0. 106 91 3191 {#6शीफा 19 168. 16016, ^165 591 ४८11 [तल6 3५०८2016 216 ५02५/012016

(85115 10/ 1/6 3197 त 106 1216. 10616 36 6 06716 061९025 ॥ 106 ^511121९8५/8102 01 116 540. 176 (1012) 50008 71102 (280) 7708

200 ७202 71102 0७ 1001} ।§ 123 28 60710४60 ॥॥ {06 0164019 ©120161। #॥| 08 116 711५1016 01 106 6 0671 61/85 210 106 ०0५५५

४४॥ 06 738. © ५५010 1116 ०0५५५ + 27, {16 [नाशा ५७ा 6011685 109.106 9 ॥३।९७0व8 6000¶ीतप {70 48/11 21450318 ५४1 06 45/58. 106 {1021 481९510 21185 {09शं 00) (1.6. 101) ॐ6 191) ४,०५।५ 06 4)/5/112

200 १6४. ^66010119 10 42112151 रद195218, #11616५/81 ऽवत

५५1

0855 11100940: 10688 ॥३।९8 8125

31132,

108

9

(८166 &6.) ५५॥ ८166100 0095103

01 16 16121५65 2॥6 61

«45118 200 66५8

54161195.



एअल्ल06 69५5 : (6005 16905)

गुणयेद्‌ योगपिष्डं वा तद्राशिफलसंख्यया । अर्कोदुधतावशेषर्षं यदा गच्छति भानुजः । ।१०।।

ततुत्रिकोणर्षकं वापि पितुकष्टं तदा वदेत्‌ । रिष्टप्रददशायां तु मरणं कष्टमन्यदा । ।११।। 10-11: 106 066

१6५85 (0018166 0 1165 507 11116

3115 #45|71 218५2702) 06 7 पी1066 0# 176 1081 नि708 9106 5015 5111218 ४2108 2810116 00646 06 0५666012. 1106 50106060 0\/ 1116 [ल1211061 210 1111815101085 (51 2110 9) {लिला 26 ४61

11215160 0४ ऽका, 16 १811४65 वौ

6195 6611655. 90५0

1166 06 106 0858 9 80 21066 01816, ॥ 7289 62056 €५€) 06

01106 सौल. †०{6§: ॥0 1/6 (11066| 01056006 (©0(का1016-93), 106 91) 5191 10171 {06 5५05 05005105 5191 {60 [§ 165 519) #{16|॥ 8661180 6 06806116 0644185 810 0 01110110 1115 0# 123 (1019 5106४ गि7तदे 0 16 51"§ ^5012॥2५/2198}) 200 01 01410119 †6 010०6८५ ०) 12, {16 161771810661 ©011685 10 6 \/116॥ ।§ 0616160 0# 190 59) 276

{18 5005 116रशा७7) ५४०५५ ७6 080८६

86 8७1५5. 116 18191

9 58107 ०५९। ४100, ©2{01601 210 12005 905 ग 116 191५1# ५०५५

81081 निवा 85तव 1108 ऽव वे 1660

557

1) 0151859 216 †#1561185 {0/7 10© शिं09 806 1016 ५016165 अ 106

021५8.

(11918 ॥ 16 101) 0४56 16 1106 26441185 > 116 121) [0५56 816 1655 1180 1/6 0425 0 116 111 11056, 8110 16 ^56610 वां [125 (106 2614125, 119 0५४6 ५४ 06 नि८7व6 (16 ५॥॥ 67/09 (ल्जााजि§ 9 2॥ ।५105} 204 #८दौ#- ॥ 116 {6५/56 9102101 (19 5 121) 0५56 0165 (1016 8261485 18 106 1110 [10056 वा1 1/6 ^+56हलोतम 2150 005569565 1695 64९85}, 1116 041४6 ५४॥ ५1161 (20001 ५106 00४४.

11156€6101)21 1654115 21 106 1५५61४6 00५5685 :

दशावदिह भावानां कृत्वा खंडत्रयं बुधः । पश्येत्‌ पापसमाक्टं खंडे कष्टकरं वदेत्‌ । ।९ ।।

सौम्यैर्युक्तं शुभं ब्रूयान्मिथैर्मिश्रफलं यथा। क्रमाद्‌ बाल्याद्यवस्वासु खंहत्रयफलं वदेत्‌ । ।१०।। 9-10:1 ॥.61/16 65415 01116 08585, 11665015 0116 00565

51010 2150 06 06016160 107) 116 166 5601005 (5670675). 11€ ऽन्तरा (९2108) #/110/) 15 [4४10 1/6 17216 0180615, {2 0815

©079106760 ५5165511. 16 56767 (1९02102) ५116 1005 0671606 01265 1118 03 ५५1 ५९॥४७ 209061005 16505 204 1/6 च्छ्ल 00556551 1710८60 [12165 (00) 0€&ा& 810 (18110) #1॥ 06॥५७५ 71060 6545. 106 (8654 10 ॥16 45060081 10 106 41) [0८56 ##॥ 0601106 01100006. तिता 106 5010106 8 60565, 106 65८01 0116 20411100 810 04565 01/66 91) 810 1016 1211 ५५॥ 0100५66 116 {6504॥5 01106 00 208. ०१७8 : ^6600/61)0 10 10658 91101625, {06 12 [00585 0 1/6 01४7

[2/6 0880 0४८66

[710 1117686 0०26 56800695. 16 {91 021

1116 0111 62 15 18018580166 0#/ 116 [0056 51211119 {नौ 116 ^566ारधवं ५ 10 116 41 10056. 1/6 5680000 721॥ ।ऽ 00055160

ज 116 110५585

1021 ०2125818 11018 93508

583

0९81४680 51/ 800 106 81#1 1090565. 1/6 ॥0५585 {0 12101 {071 {6 11८ 0

116 911 10 116

म 1/6 001056006. ©0016500701191#, 1116 19

56977890 \४|॥ 08006 106 €ओ।# 020 त 16 198 वतं 16 ।छ७ं ग 1/6 1५/0० 02115 ज 116 01) 6020, 51001 116 20011000 1/8 ® 5020. 116 5 2/8 00006060

200 0४५ 26

० {116 0120915 ॥ 11656 1166 09176 58071615

##॥ 116 05005100 अ 0619

206 तवरन

01द7न5.

16 9दा# 8 ज 1116 73५6 ##॥ [३५6 05185565 20 06511165, 500५0 11115 02 1/6 लवा 05565565 (7210 0127615. 1121,

20 08 भ

४५11611 60 0गां5ऽ 2८500005 0120615, 16 607585000679 15 902) ५ 06 06510#/80

20010855 200 00906.

आ131#, 1116 01द6्छाछणिं त

7091016 9 168 06096 206 (¶3र9< 0120685 ॥ 20४ 5600697 त 116 0111 602॥1, 11616 ४ 108 02४8.

06 2 7176686 185८

॥ डं (3 ग 116 5

॥0 00 5061, † 6807 06 526 सं 116 ®

ज ३ (21160गं

56911801 #॥॥ 08 046 [800 206 (6गा०180/8, 1 1716 ¢शोर9© 0127615 2/6 00600100 ॥. ॥ ५#५॥ 06 (1811 75612016 206 05165510, 1 7121965 21006 8/8 7205166 206 † ५ 0५6 056 10 20011655 25 \/6॥ 25 01561,

1 11816 218 ९66

2000 (71990 0120815 118५109 116 0855655100 ग

5८6) 5609. तिणी) 11656 1760165, 076 11179 [85 67161060 0५6 01९211४

दां 116 0र्जालिकशात॥ ज 016 6161185 6000 09 6० शाऽ३86 +0ी11 116 01द0नशाशीं ग 069 0120815 ॥ 8 02116039 59 (९120028) ० 108 101050008. आनि,

1 116 ।€12008 ० {6 (7 ५।/ 6005 62७

0010681 0 0810025 दध 0016 ०181 1206 ॥ {5 00600166 0#1/6 78905 0180795, 116 60185000

020 त 116 ॥%@ ज 116 1५6

४४॥॥ 06त्णा1+6

6८66581५७|# 15812018. ८४/60 011167\/156, #1161 1116 81९85

216 1695

10 00716061, {116 021५6 54615 1001106 5000655, 61121 #/011165, 0९691८6

200 05615

800 00 106 {00 ज ॥, ¶ † [5 ।1७60666 0# 115

01261065, {/168 7156165 ५५॥ ७

65115 6600166 09112182 ४2108 :

60100८0666.

०४ 561९085

1) ऽ21)५68४8

रेखाभिः सप्तभिर्युक्ते मासे मृत्युभयं नृणाम्‌ । सुवर्णं विंशतिपलं दथात्‌ द्रौ तिलपर्वतौ । }९९।। रेखाभिरष्टभिर्युक्ते मासे मृत्युवशो नरः। असतृफलविनाशाय दद्यात्‌ करपूरजां तुलाम्‌ । ।१२।।

527८५२४8 ^512॥५8५२,9३

रेखाभिर्मवभियुक्ते मासे सर्पभयं वदेत्‌ । अश्वैश्चतुर्भिः संयुक्तं रथं दयाच्छुभाप्तये । ।१३।।

रेखाभिर्दशभिर्युक्ते मासे शस्त्रभयं तथा। दद्याच्छुभफलावाप्त्ये कवचं वज्संयुतम्‌ । ।१४।।

अभिशापमयं यत्र रेखा दद्रसमा दिज !। दिक्पलस्वर्णधटितां प्रदद्यात्‌ प्रतिमां विधोः । ।१५।।

युक्ते द्वादशरेखाभिर्जले मृत्युभयं वदेत्‌ । सशस्यभूमिं विप्राय दत्वा शुभफलं भवेत्‌ । ।१६।। विश्वप्रमितरेलाभिर्व्याधरान्मृत्युभयं तथा विष्णोर्हिरण्यगर्भस्य दानं कुर्याच्छुभाप्तये । ।१७ ।। शक्रप्रमितरेखलाभिर्युक्ते मासे मूतेर्भयम्‌। वराहप्रतिमां दद्यात्‌ कनकेन विनिर्मिताम्‌ । ।१८।।

तिथिभिश्चव नृपाद्‌ भीतिर्दशात्‌ तत्र गजं द्विज !। रिष्टं षोहणभिर्दद्यात्‌ मूर्ति कल्पतरोस्तथा । ।१९ ।।

सप्तेन्दुभिर्व्याधिभयं दद्यात्‌ धेनुं गुढं तथा। कलहोऽष्टेन्दुभिर्दथाद्‌ रत्नगोभूहिरेण्यकम्‌ । ।२०।। उकेन्दुभिः प्रवासः स्याच्छान्ति कुर्याद्‌ विधानतः | विंशत्या बुद्धिनाशः स्याद्‌ गणेशं तत्र पूजयेत्‌ । ।२१।। -रोगपीटैकविंशत्या दद्याद्‌ धान्यस्य पर्वतम्‌ ।

यमारिवभिर्वन्धुपीडा दचयादादर्शकं द्विज ! | ।२२।। त्रयोविंशतिसंयुक्ते मासे क्लेशमवाप्नुयात्‌ । सौवर्णो प्रतिमां दथाद्रवेः सप्तपतैर्बुघः । ।२३।।

वेदारिवभिर्बन्धु्ीनो दद्याद्‌ गोदशकं नुषः । सर्वरोगविनाशार्थ जपहोमादिकं चरेत्‌ । ।२४।। धीहानिः पञ्चविंशत्या पुज्या वागीश्वरी तदा । षरटरविशत्याऽर्थष्टानिः स्यात्‌स्वर्णं दद्याद्‌विचक्षणः । ।२५।। तथा च सप्तविंशत्या श्रीसुक्तं तत्र॒ संजयेत्‌। अष्टविंशतिसंयुक्ते मामे हानिश्च सर्वथा । ।२६।। सूर्यहटोमश्च विधिना कर्तव्यः शुभकांक्षिभिः । एकोनत्रिशता चापि चिन्ताव्याकुतितो भवेत्‌ । ।२७।।

2111181 @2/25842 11013 98518.

585

चुतवस्त्रसुवर्णानि तत्र॒ दद्यात्‌ विचक्षणः ।

त्रिशता पूर्णधान्याप्तिरिति जातकनिर्णयः । ।२८।। 11-28: ऽ211\02/8 ^\51121९8५/2108, 1 60118115 7 0171655 1187 71646185, 11676 ५॥ 06 वाज तल्ली अ 1/6 0 की५€ 11116 58116 71011

(1118 8, ॥ 1116 (770) 116 5७1 0825565 11040 5810 5100). 70 1€ 0410056 0010010 (शन्ति) 20 0818 (02814 01014 600४2/6111011.5 0015) ७010 2110 2 1605 अ 565 बा) 56605 (62) 5#1710812119 70(1781)} 50८6 06 0४601 10 6811. 12510015 01010 8 ‰611185,11676 ५/1 06116 6211665 0116 060 ॥1 थं ४७४ (07). 60 106 2॥ह५वी0 ज {5 गीति), ग एदतदाद अ (वाणिौ0 (*ल01110 हव्४वालां 0 011५४65 ५6 06

(101061181.61. 18 51011 15 0055655100 9 7264185, ॥ \४॥ 64५56 02070670 116 8121(ी वल

210 ५860

116 {01800100 2640115 [5 5८01660 0

25 {010४५४5 :



1116 06690 660) 591 ० 116 01681060 01209 ऽ 0७6५6160 1011 116 (09५06 > 16 5810 12061. ॥ 1/8 18511801 19५6 [0 655 108) 6 51005 (1609, ॥ 5116016 06 11111110166 0 1116 ५॥॥ 9 2/5 0 116 0660 ®>

0) 00171

ण 1/6 5ऽवकी6 01209 (85 51106४1 10 11 2008 12018). {16 0006 06 ५५४१५6५ ४४ 8. 76 00ल्गा6 ५४1 [7106 ग6 1/6 0007109 अ 12#/5 {01 {/16 0|गान. #)

11116 00160716 12406115 10 06 11018 11120 5६ 505, 1 5101 06 {८119 06०८५86 07) 16 12 51405 (360०) 210 18 {9५165 50 0921160 06 1101010186 9४ {6 ५0 9 176 12/59

1/6 0660 ७८213101 00101 ० 16 01206 206 26५५८५३, {8 00006 ७७ ५।\/५९५ 9 6 810 1/6 18511801 ##†॥ 66006 {106 0५11091 0 1295 {01 {16 0140691.

वरिशी7श7शं

०४2

11)€ 6671176

0८706

285 :

जपरैरत्र संस्कारविशेषः कथितो यथा।।३।।

स्वोच्चभे ते विगुणिताः स्वत्रिकोणे द्िसंगुणाः ।

9 (€

21101 7०@1252/2 11018 58928

591

स्वभे त्रिघ्ना द्विसंभक्ता उधिमित्रगहे तथा ।।४।। वेदना रामसंभक्ता मित्रभे षद्गुणास्ततः । पञ्चभक्तास्तथा शत्रुगृहे चेद्‌ दलिताः कराः । ।५।। अधिशतुगृहे द्विघ्नाः पञ्चभक्ताः समे समाः। शनि-शुक्रौ विना ताराग्रहा अस्ते गता यदि।।६।। विरश्मयो भवन्त्येवं ज्ञेयाः स्पष्टकरा द्विज !। रश्मियोगवशादेवं फलं वाच्यं विचक्षणैः । ।७ ।। 3-7: 0 «1018 ! 50716 अ 1/6 ०061 ^61181#85 [8५6 17068166 1८111716 (नी7ल्ा1675 ०५७ 16 तनना १6५ 70111061 1/6 125. 1 2 01206 ।ऽ 00560 ॥0 15 590 ग 69812101, {16 0611660 0१067 0 1116 (8/5 2/6 1160166. 1 ॥ 15 10 {16 ५0०18 11.018 500, 106 तल्ला (2/5 8/6 10 06 ५०८०16५. ॥1 0856 जा एला 105 ०५४) 5100, 116 तलनला1166 ताएक 15 (0110166 ०/3 200 1161) 0१५1666 0# 12. 1 8 01819 [ऽ 10 106 ^#त07085 (06 1670) 51010, 106 06161171160 (8/5 06 171011101160 9# 4 30 € ५।५८५९५ 0# 3. 1 16 6५४6 ज {676४ 590, 1116 (ध्ननलाा1)6त (8/5 06 (णत 9४ 6 200 (6) 6५666 9४ 5. ॥1 6856 9 01216

069 010८७

0 116 ®? ५०५

500, {06 66नल्ा॥166 ॥८ा106॥ ज (3/5 06

10 1841 200 1 ॥ [5 0 106 ^\6)151311४5

50)

(धल नाना४), 116 0नंनलाा॥66 (8/5 8/6 19 ध0प७यन्त 200 1060 ५५/066 0# 5. 11106 01817 15 10 116 16028 5100, 09 (्0ह्नी0िी ऽ 6३60 =. 8811100 ५6601 8/6 \/6145, {116 0411067 9 185 10 6506५ ग 8॥ ज06& 01821615 ५५॥ ठन 217५166 ०) 0601790 (गाछ.

116 1681166 25101665 510०५10 ५6116216 116 16505 ०) 16 0265 ज 1176 0ल्लितापर तत [ताल ज (2/5 ५८।४ 71006131660 (1.6. 1181 16 1410615). १०165 : 1176 0680 0शजाीि0 ०601665 9 16 0120615 ८ 00५४5 : 1809

0689 ५660111 >1109 ५९9॥€65

1.

511

11012 10°-

2.

11000)

5601010 3°

3.

215

@2066॥ 28°

25

592

१1806181 725

4.

1161611

7015685 15

५.

0/4/9 |

(रव60) 5

6.

\/6115

\/100 27

7.

52110

41185 20°

{© (5 {21९8 81 8421016 210 30019 {1656 [७165 10 1112146 1116 1161 0612115 0006/91208016 0 106 (8206815. £9व6016 : 94 0818 : 0216 ग 0140, 6-7-1977; 16 0 01 9-30 0.11. ( बी#८५6, 28°-43"(#); । 0791006, 77°-47"(£). 16 001८५72 0461215 मं 1/6 णौ नीवा ज 116 01211४6 8/6 85 10045 :

7187९15

उठा -+--

^5080020

09. | 7. | 5०९. इ०्८. | +~

185

-1

21

+

|. 35

[=|

46

23 +----

81710 £ -॥।1/॥

। 57 | |

{60

9

|

55

17 {-

06710 02091 20181

16161 118 20101155

15 16

011} 1209

6(0001460

५10

11 16 10169010

।ऽ 60710051.

45 081

5210685,

491001४

1091018 01 06110 60110051, 15 10710९1 ग ।2#5 00 00 96 20060. ¶}6€

60186110 80062180 ।॥ 10656 51101९85 8/6 €01116|४ 02560 (00) 106 ?21006॥12 (भली (60710606 16101510) ज 1/8 0120815 11 1/6 01211४1} 216 1916016, ॥ 15 06695521 {0 ५2४४ 0261018 ४3] ©1724412 (12) 01 1/1© 0211५४6.

ली

नवि 252३ । 1018 98508

593

81600608 नगा1) ©0 2612 :

\/810

125 । 5

215

58

400

५0

-।

४ $ द्ध | _ 4५0

500

| ##00॥ | 540

001 | ५000 | 215

1460118

९/८

-

+ #©16 । ॥॥2ा5

2067

॥181

`

@01760८121191 01 0८99 01 0४9 91 106 0120915

10€ 9५) : [0010006 ॐ 1/6 5५0

591

050.

भग.

566.

4

20

23

27

6

10

00

00

10

10

23

27

[695 : 660 0न्णी#न101 000 अ 16 540 :

5106 116 0820106 [5 11018 11161 6 51005, {80८61100 707) 12 9105 06 ©311160 0८.

12 (-) 10

00 10

00 23

00 27

1

19

36

33

594

१1816181 2/5

106 25510066 7८00691 0 12/85 10 15 50 [ऽ 10 21019106, 1/6

206०५४8 0212108 7८185 06 ॥1141110160 0४ 10 216 01/66 ०# 6.

(1 - 19 - 36 - 33) + 10 6 (16 - 16 - 5 - 30) 6

=

2 - 23

¶ौ7€ ऽपी 15 0051166 10 16 ५0013 1114012 5100) 210 10618018, 1/5 19५16 5040 06 ५0५४।6५.

(2 - 23) ५ 2 116 06 0071106 91 125 9 116 5110

=

4- 46

=

4 - 46

106 0010 [00014106 0 1/6 1४000 ॥ 695 : 0860 06णी

5190

069.

2

1

#7.

586.

57

9

गी

0011 ० 16 14001

8

3

00

00

5

28

57

09

51166 116 0812108 {5 1895 6 5115, 10856 {4185 06 1711016५ ०४ 9 200 ५१५1५66 ०४6

(5 - 28 - 57 - 9) 9 6 53 - 20 -34 - 21 6

= 8 - 28

116 (५001 {5 (06७५ ।0 2 ^त0ीप्रा118 5190 (065116५0). 16 2008 0५110 01 ।क/ऽ 08 11411066 छ} 4 21 ५५५९५ ०४3

(8 - 28) + 4 3 116 09 0५706 0 12#5 01 16 1000

= 11-27 = 11 - 20

नर्न ता6,

©11081 2 25212 11018 58508

595

11815 : 5101

064.

2

9

55

36

3

28

00

00

10

11

55

36

+ 00011006 0 106 ॥215

4.

566.

1655 : 0660 0601101 00101 0 1/6 ॥५कऽ

51068 16 02868 [ऽ (71018 180 6 51405, {6004100 1071 {€ 12 51005 06 0211166 0४.

(-)

12 10 1

00 11 18

00 55 4

00 36 24

116 290५6 {9185 96 71५10166 ०४ 5 (2/6 0 ॥#2105) 200 ५१५1५९५ 9४6. _ (1-18-4- 5. 24) 6 ~ 8 ~ 00 - 22

=

1-10

6 11205 15 0051680 1) 1116 1611121 5101), [16068 00 {0111181 71009210 15 (64५1186. 176 6 00196 ग 12#/5 ग 0215 616

=

1-10

:

[01011006 01 ‰॥6।८७।४

5040

069.

0.

586.

4

17

43

8

11

15

00

00

5

2

43

8

[655 : 0660 0601390 0011 0 ५6160

`

5168 16 0818006 ऽ 1655 {1120 6 51005, ॥ ५81 51121911 2\/2, 06 111५110166 0४ 5 (2/5 0 81601) 00 ५1४16860 0४ 6.

(5 - 2 - 43 - 8) ५5 6

=

25 - 13 - 35 - 40 6

~

4-7

596

01819181 8/5

1/1९(6॥1 {5 0057560 101 6 0601181 5110, 6106 10 1111161 1710061281101 15 (७0186. 16 16 10710681 ग [2/5 ० ।५6।०५।४

=

4-7

1101161 : [0001406 0 ५4५0191

5001

0684.

भनी.

566.

2

9

7

3

9 5

5 4

00 7

00 3

{655 : 0660 06018110

00101 9 चपछान

51068 1/6 02120068 {9५1७ 06110 1655 112 6 51005, ॥ ५0५/0 06 51121011 2#४2# 06 71110166 9४ ? (129 01 ५440181} 216 ५1५106५ 0४ 6.

=

(5-4-7-3)>7 6 35 - 28 - 49 - 21

[व 6

=

5-30

10161 15 2150 06600/110 {6 0641121 5190, 16108 00 {41181 111006121100 {5 (6401566.

108 09 0010७ ग 18)/5 ग ५८अीन

=

5- 30

४6109 :

500 [0001006 01 ५/&0८5

0809.

५7.

566.

3

17

12

20

5

27

00

00

9

20

12

20

[655 : 06890 ५601॥# 101 एणी ज ४७0५5

11616, 116 0212106 15 11018111 6 510), 6166 111510 ०6 5८0126160 0) 1068 12 5105.

जिम 22528 11018 58518

12 ~) 9 2

00 20 9

597

00 12 ध]

00 20 40

118 0212066 06 71८10166 ०४ 8 (2/5 0 60५5) 200 0/10680 0/6. (2 - 9 - 47 - 40) (6 6 18 - 18 - 21 - 20 6 \/61115 [5 2150 0051860 10 116 6५118 9191 16006, 10 00612110 15

08085581. 176 06 0५706 9 2/5 9 ४७7५5

=

3-3

92111 : 5100 (0010008 0 58111

3

0694.

॥#10†.

566.

29

59

00

20 9

00 59

00 00

[895 : 06860 080॥1211010 000 9 ऽवा

>

3

106 ०४९2006 [§ 1655 {120 6 5140 8200 6168, 10 06 11५॥10166 0/5 (1व)/5 01 ऽ वाधा) 200 ५५५६५ ०४6.

=

(3 -9 - 59 - 00) 5 6 15 - 49 - 55 - 00

-~~~ 6

=

2- 23

58411 15 2150 0126890 † 8 06८11 511 816 76168, 00 1011791

11106618110॥ 15 160५180. 16 09 0८

01 185 ज इ पा

=

2 - 23

16 0000 9 185 5600180 0४ 68611 0180791 10 11115 6८16

{5

598

12878181 28/56

1८७12166 10 2 1304121 101771, 25 ८0091 :

|3५0|॥1007 | 95 | ०.| | 11419 -1॥ 0 78४5

46

(2 |% |

10

06७६4115 0 06 185 :

एकादि पज्चपर्यन्तं रशिमिसंख्या

भवेद्यदि।

दरिद्रा दुःखसंतप्ता जपि जाताः कुलोत्तमे । ।८।। 8 : 111/0610181 1010617 अ (2/5 2/6 1017) 110 5, 116 0५४९ ४५॥ 206 00५४ 200156४ 6५60 11009) {115 0110 06 ॥ 8 10016 जा)॥४.

परतो दशकं यावत्‌ निर्धना भारवाहकाः। स्त्रीपुत्रगृहहीनाश्च जायन्ते मनुजा भुवि | ।९।। 9 : 1116 102| 7761061 9 (2#5 2/6 061५4661 6 2016 11, 116 ३11५९ ४५॥॥ 06 0001, 026 81161 (000॥6 ©.) 206 ४1106 भनीौणलां ५1, 6101016) 86 10056.

'एकादशस्वल्पपुत्राः स्वल्पवित्ताश्व मानवाः ।

्ादशस्वल्पवित्ताश्च धूर्ता मूर्खाश्च निर्बलाः । ।१०।। चौर्यकर्मरता नित्यं चेत्‌ त्रयोदश रश्मयः।

चतुर्दशसु धर्मात्मा कुटुम्बानां च पोषकाः । ।११।। कूलो चितक्रियासक्तो धनविद्यासमन्वितः । रश्मिभिः पञ्चदशभिः सर्वविद्यागुणान्वितः । ।१२।। स्ववंशमुखल्यो धनवानित्याह भगवान्‌ विधिः । परतश्च कुलेशाना बहुभुत्या कुटुम्बिनः । ।१३।। कीर्तिमन्तो जनैः पूर्णाः सर्वे चसुखिनः कमात्‌ । 6)

10-1312 : 1 {06 {098| 0006 ज (2/5 216 11, 1616 ५४1 06 ज ©/01त॥6&) 200 ५620. ##7 1116 198 (8/5 06709 12 - ॥1116

जित २58

1107 5251018

399

४५४6811), 40 वीतं (पा 14; +") 13108118#/5 - 61021066 0 56 भीष;

४५110 14 102 8)/5 - 00155 361 1130 1165 810 761010५5, 00५४5 106 शि## 1120105, ५५680119 216 16 व7न्व; +|) 10121 15 2/5 - 19) 60000) 200 4१४2165, 0686 9 106 वित), 1/0§ ऽ +भ | 8181018 185 अंगं ल्त; 1) 16 (2/5 - 11051 0012016 ॥ {16 900४; ४"

17 18)/5 - ४५ [18५6 ॥737४ ऽ6४वा75; ४11 18 8/5 - 1005; ४) 20 (2/5 - ४५ [8/6 ॥180# ©0-001115.

पञ्चाशज्जनपालश्चेदेकर्विशति-रश्मयः । ।१४।। दानशीलः कृपायुक्तो द्वाविंशतिसुरश्मिषु । सुखयुक्‌ सौम्यशीलष्वेत्‌ त्रयोविंशतिरर्मयः । ।१५।। 14-15 : 11116 {021 (2)/5 2/6 21, 106 721५6 ५५॥ 17181 50 06505. 116 1012112/5 0610 22, 116 ५५066187 2016 27606 6्८नना. ‰/1111 {16 1०8| 8/5 9 23, ॥6 ४५1 ०6 (नीत्त, 1200 800 604 पाल्ध.

जात्रिशत्‌ परतः श्रीमान्‌ सर्वसतत्वसमन्वितः । -राजप्रियश्च तेजस्वी जनैश्च बहुभिर्वृतः । ।१६।। 16 : #4/1111 1116 1018118/5 06/06 23 80 ध9० 30 (07 2410 30)1161)811५/6 ४४1 06 \/6ब॥11#/, 00४9४५1 ॥ 81165066, ४४1॥ 12५6108

वि५०ा 10016 800 518/5 द051 7 ती 20065 0.6.060 8277005 0659012, 16 ४५॥ 2।५2/5 06 ०10०५60 0) 05 वताश).

त ऊर्ध्वं तु सामन्तश्चत्वारिंशत्‌ करावधि । जनानां शतमारभ्य

सहल्रावधिपोषकः । ।१७।।

17 : ४४11 1116 पधीए6ा 9 1021 12/5, 06/66 31 810 40, 116 ४५।॥ 111218॥) 10 10 1000 05005 810 ५४1 06 [620 0 83 586.

अत ऊर्घवन्तु भूपालः पंचाशत्‌ किरणावधि। ततं उर्ध्वकरैर्विप्र ! चक्रवती नृपो भवेत्‌ । ।१८।। 18 : \#11 106 7071061 र 10811895, 06४४660 41 ३06 50, 16

600

पिताशलार 8/5

४/1 06 8 1410 (0680 10106 60४61161). [1106 0५07106 1021125 2/8 06/00 51, 06 ४४॥ 06 ३।५009 अ ।. ॥ 72)/ 0656 न 0/6

5002190 808

11361813 1/6 भौ ^50606 बीं 15 106 ^1165 910) 26116706, {16 ^/165 9100 ४४11८16 06116191 #62। ज {176 7 ग1५6. 91006 116 4506003 6600859 #88।, 116 (8७1 ७ 116 10५5685 अ 176 (@ौकौ5 {16 2/8 2150 6।५९6 ॥ 1/6 #/5168। 0018.

2651065, 115 10/08 भ 00461 [ऽ 60680

(000 6४61 00/86 ©9519179

॥ 10€ 0८18. 106 70606 9 दति 276 70016 णि ° 00/5168| 0५8, 15 116 00 01186 0 {8

[ताला तरलीणि) 9 106 १७८० न1४6 0५/65.

106 €वलीणिणा ज #6 ४ गाध) ण 5

607560४5 2070 106 00.

00050105 10 106 \/010 ।5 0706५6५ 0# 16 26५6 0012

00465 ०

{1656 0७५2165 द्रुण शक्ति) {\0001, ॥ 8॥ 0606005 (000 16 95151179 104 0 €

500001४6, 006106४6 0 085101४6 607 दन§ +त

5860160 0# न

26

11110८0 106 (765 9 00५65 606दा)0855100 10601.

106 7205 047 (71617121, 50102 0। 01#5168| (0041)) 021४6 5 00109 001 106 5)/716815 0 11686 08 1\/6 00४6175 800 186 {05100 न {658 {11718| 02181610 ५७21४65. 16 कोद ऽ 5011000660 0४ {06 6010१601, 300 15 25110

806 [0लादला0 060५655 106 तरणाह न =एलौदणण्णा

200 1681007, 10 08 2000160 107 †1856 11166 {065 ग ०८९।165. ©00512011# 09100 12650 \#† {6 (0तनीठा7७ऽ ४1001 20# 015

त ऽ-066066

(000 ० 026)

01 080वलौ# {0 20509 0 {0/1

† ४०८12016, # 076 06415 † 0) ।लछादााप्रं [तला आत 00461655, 56)

४४॥ 08 106 ऽना

ग शी0 60५08. 10 व्तिं 2 | 216 0615010 06॥2/65

11 1885 7180761 01|#. ^600100191#, {€ 1 10

6072

।1712116515 ॥5|

7012008, 05607८67 80, 1-620 61, 1710106066, [दट0655, |20000017, 164९ 0 10718106768, 71860208 0056011 20४ उभाव 106 \€।४# 5७6

0612४100,

1798118| 1161118, 00111655,

50५।. 176 [77106 त 1115 ५८२ी# (७2) ०७९९5

ज {€ तवस॑ण5 200 6508127685

॥† ॥ 8 तोदो गाला§

{6 5/6), 809 01/61 0) 0 08120610 00४6 01 ०6४४ 0108 0 न९द॑1५४8 ०6५९607ोनांऽ

#०७।५ 701 08 2016 10 18012656 ॥.

01 {16 01/61 0200, {6186 [ऽ 7६0 ©008, 206 \#/1† 15 5000011,

646

521१५५२, १0 वाध 110 ७4185

8 1120 \/0010 06 ३016 {0 6000161 8 07 [ना0वतऽ ४४16 ण 170

167 10 18| 2 5

=

^.

=

14 115. 34 1715.

अत016त ॥05. तीथ 1/6 5001156 510०७1५ 06 8५066 10 106

658 1716 ग 5001568

1091 {1005000४ 00 251

06667106।

200 #© ॥#४। 8011\/6 8 1/8 भौ

015. 11705 ज 5071158 600 6000166 पा



1975 ४110

५४४25 7 ॥15. 16 नि.

ज 106 0 वक.

115.

7

16

14

34

21

50

1068008, 106 176 जं छा ग 116 111५8 ४४०5 9 1/5. 50 (5. शं 09 0) 1/6 25 09061906 1975. 82560 0008 01) 17९, 1118 011#1 613 91116 0५९ ००५।५ 08 6166{86 206 20216660 01106 006000110105.

अथ प्रत्रज्यायोगाध्यायः । ।८९।। 080161-81

%#00^5 ८ ^(91५40 ^5-€ 11191 जथ विप्र ! प्रवक्ष्यामि योगं प्र्रज्यकाभिधम्‌। प्रव्रजन्ति जना येन॒ सम्प्रदायान्तरं गृहात्‌ ।।१।। 1: #121181511 0812588 520 - 0 उञ) । ॥५०५ । ##॥ ९५००५१५ 106 0085 #160 ५॥ 62056 2566667 (ति व+) 200 0109 „10/16 0€5005 "6601456 11052170) 115 06 300 2000 50116 016 1610005 16165 (01500716).

चतुरादिभिरेकस्थैः प्रव्रज्या बलिभिः समाः। -रव्यादिभिस्तपस्वी च कपाली रक्तवस्व्रभृत्‌।।२।। एकदण्डी यतिष्चक्र्षरो निर््रन्थिकः क्रमात्‌। ज्ञेया वीर्याधिकस्यैव सबलेषु बहुष्वपि । ।३।। 2-3: 1 006 0056 (री तौ05 001 0180615 ५५।/ 51019, † ५५॥ 016 {56 10 8 ०08 \/1116 ५५॥ 68056 8506667 (30806007 6 ज

6690

4ऽलशीनंा)

1&11002181 00066115}. ^1701051 10656 0181615,

1116 90115 510119,106

1\/6 ५1 06 8 1 2085४ (तपस्वी), 8 601611001ब1/6 2566116; 51010106 001 06 51010, 16 06501 06001165 8 |९[08॥ (कपाली) - 3 1112 \#111 0600675 00५५; ॥ 275 06109 51070, 1/6 0650 ४४॥ 2007) (€ 00165; ##1। ।€1८007# 0619 51010, 6 ५५॥॥ 0055655 8 अर्ब (दष्डा); 76856 ५५6 065 50106, [6 ५1 06 8 वौ (यती) - 200 2566146 (79/12]/2) 30676 20 56.676 1 5611-0561016; 50010 ४6५5 06 5170110, 16 #४॥ 06 1/6 005565801 0 © 362 (चक्रधारी); ॥1 6856 ऽवं 011 06 51010, 16 06601165 ॥208 (नामा) - {116 0116 ##110 10५65 8000 ॥

10406 01715. 11116 €५ना जावा 0181165 60176 04110 06 51010, 1116 11५6 ५५1 @7101266 25061657) 01106 08545 1/6 51101065 0नीनं 21101051 (1670. पि०९ऽ : [व्ल 16 [लौ 20) 16442105 29666191

।ऽ 70111749

001 116 7716018 71246 ५ 9 8 0617900 07 8 2116012 अंगं6 ग नो. 0 116 1 पएनौीट ती ज 68५121४8 ००५३, 116 4/ 10४56 06869165 71016 (61287. 1176 ओ

70४56 206 ॥5 1७५, †06 000 {719 5970185 16 (7106

आध ¶ 7721616 छ0िव्ा€।5ऽ ९6 ऽं 10४56

0। 1/8 500 0। 16 ।016 ज 16 1

(भक्ष स्थान) 113५6 116 06106200

11८७766

॥ 116 1४,

106

१002 ॐ 25061657) (सन्यच्च) 06815 1५४60060. 50716 1621060 &5110100818 12

00 20166 01 1/6 [7५४०।४७7७

ग 116 121 0४56 206 106 (७७

ण 16 12) [6४56 200 1115 धऽ श्छाह्माशीं 17189 ५८6 10 176 ग्वं पीं

116 1211 10056 5107165 ०66 605

(56९४२ 0000661005), ०७१ 108

15 8 12410021 [शं कं1०॥ 276 ठ)

5 एनं तन्त

नफ7ा०0्विातयी.

॥ ४6 70691206 1115 05105110 ॥ 2 0080 56056, † 51205 {0 767 25 008 (वम्‌) {07 00710101, 76९1170, 7124100 080 0 07 वं काली, त ओ170. 0५0 अनश

[2५6 2150 05601066 105 1056

35

मोक्ष स्मान्‌ -

108 नशाीदीलाएशीत). †भगीठा15) 021/85218/5 60761100 ग 112५170 001 01 71018 12765 ॥ 006 10४56 5 0001060 {0 16© श्वि डं {6# 5116५16 ०6 #101 16 50266 (010) 9 016 06166. ॥ 1/6 वा 20811 09 11016 18) 076 06488

#॥ 076 507, ॥ \४॥ तं {गा गि 2/12]/2 ४०02.

सूर्येणाऽस्तं गतास्ते चेदपि वीर्यसमन्विताः । अदीक्ितास्तदा ज्ञेया जनास्तद्गतभक्तयः । ।४ । । 4: ^\ ५#/6३५ 018\/12|/8 (048 : 1/6 0121615 नि7170 106 008

21181 98528

1101 5251

661

62045100 2566016151 778), 06 51010 00111069 गा6€ (भाण, 116 181५8 ४५ (101 1047 (2.6 [0 गीठा 0) 3566 &५&) 1000000 116 112), ५6५४600 06 240 वज) 1 116 16101005 16165.

जस्तंगता निर्बलाश्चेत्‌ सबलश्च रविर्यदा । तदा रविभवा ज्ञेया प्रव्रज्या द्विजसत्तम !। ।५।। 5: 16 (20५61५1 गिके 8|/8 0९५51१0 01265 6 ५6॥< 20 26096 6०10051, 1116 501106607651116 ऽक16वठ 016 09/)/2 १048 80 54011 1५९ 107 8356616 (त्प्स्वी) 01/16 106 0671060 0#/ {16 5५0.

जन्मभेशोऽन्यखेटै रचेदुष्टः शनिमीक्षते । तयोर्बलवशात्तत्र प्रत्रज्यामाप्नुयान्नरः । ।६।। 6: 006 012४12/8 0485 : {176 0500500 9 16 (0० 1 16661५65 0 25060 {णा 207# 01216 0५१, 7८, 290€८§ ऽ गधा), 1116 0 1\/6 96 11566 (दीक्षा) 110 61091005 16765 51011060 0 1/6 0396 ४110 15 5107061 061५4661 {406 1५0 जना).

निर्बलो जन्मभेशश्चेतत्‌ केवलेनार्फिणेक्षितः। तदा शनिभवामेव प्रव्रज्यां प्राप्नुयाज्जनः । ७ । । 7: [1/6 0500501 म {6 © (0५ 01116 590 66 {6 001 15 05160) 15 ५6॥< 2010 15 01४ 2506060 0४ ऽवां५८।॥), 1116 ॥र।५९ ४५॥ 6108206 116 16101005 1665 (न्लन्‌ण) 0५।) 5071060 0/ ऽब.

शनिदुक्काणसंस्थे च शनिभौमनवांशके । शनिदुष्टे विधौ जेया प्रव्रज्या शनिसम्भवा।।८।। ` 8: 111/€ 4000) 06 ॥ 1/6 06446208 ज ऽ वा 21 2150 1116 1६५2158 > 9171 01 4815 810 85106660 0 ऽ 91011, 106 71५४6 ५४1 0€ 80 2506 9 1/6 {/06 9011060 0) ऽग.

कुजादिषु जयी शुक्रः सौम्यगो याम्यगोऽपि वा । जयी सौम्यगतश्चान्यः परस्परयुतौ भवेत्‌ ।।९ ।।

662

‰5076157

9: ७00

11616 06 0120168४ ४३ 061५660 425 ©.

0130615 20 ॥ \/6705 [20065 10 06 ॥ {6 विजा 0 ॥ 106 0८,

1 0600116 ४1600८5. 116 नभो)

9 1/6 गल 0180765 #“1011

006 06466 02965 [0120680 ५2 200 116 01806 0019 1) 116 (10111) - 1.6. 12110 10/61 06165111 0101006 15 1601९0160 85 5101961 8110

06601065 10011005.

भ्रत्रज्याकारकः

खेटो यद्यन्येन पराजितः।

तदा लब्ध्वा पखिज्यां परित्यजति तां पुनः । ।१०।। 10; 048 0000510 256लौलंा : 116 01206 6805110 25661091) 1 065 06666 ॥ 2 0126180 ५४३, 1116 11811५6 ५5680 16 161910८5 (न्तन 1619660 10 € 0666 01906.

बहवो जन्मकाले चेतु भ्रव्रज्याकारका ग्रहाः।

बलतुल्यास्तदा तत्र प्रव्रज्या कतमा भवेत्‌ । ।११।। 11: 18176 6040/66 - 0 धनौती 1[106 076 ग 0), {€& 26 ॥्राठा)# 0121615 ५0 276 ॥1 8 0050100 ० 0805110 8280611

0151), ५116 [0120615 25061616) 50010 06 00050966.

बहवो बलिनश्चेत्‌ स्युः प्रत्रज्याकारका ग्रहाः । तदा प्राप्नोति सर्वेषां तेषां प्रव्रज्यकां श्रुवम्‌ । ।१२।। 12: 5806 0825818 16060 - ॥1 116 €४6ां अ 77809 0187615 0611119 9010, 1/6 560) ज 256नलिा ज 8॥ 16 0120165 510५५ ८7000060, 06 60050650.

तत्तदुग्रहदशाकाले प्रव्रज्यां याति तद्भवाम्‌।

त्यक्त्वा गृ्ठीतपूर्वा तामन्यां प्राप्नोति मानवः । ।१३।। 13: 1016 €४6्ां ज ¶िता7# 0187615 06607010 अलवण णि 25061019 210 1/6 09079 गा1017051 691 ४110 085 106 151 0958, वां 0120161 ५५॥ 62056 25666971. #4/1/ 106 ल्वा) 106 0268 01/16 ०/6 01976, 1/6 अन्ठनु9 ज 386लीा1 जीवं कीन ४101266 ०५6, 0568010106 06५1005 016. 11/16 58116 11811161, 2566161

सत

०225818 1108 935प्त

663

106्ी68| 10 106 भौन 01965 ४४1 146 क्लि.

दुष्टेष्विन्दिज्यलग्नेषु शनिना नवमे गुरः | राजयोगेऽत्र जातोऽसौ तीर्थकुन्नाऽत्र संशयः । ।१४।। 14: तौलि शिवण ग) ४०0३ : 1 ऽब) 25065 ५७006, 106 1001 2016 1116 ^56611017 20 ू00& 15 0051660 11106 9† 10056, ॥ ४४॥ 68056 82566165). ॥0 1/6 01656106 ज 012«18|/8 ०08, 11066 6001515 08} ०48, 116 १५6 15016 ज 0666079 8 ॥५09, ५५॥ (1106112106®श67060 1/6 [256४1005 60070115 ० 116 0211208. 116 (62500 06170 1121 1911४, 116 (221९8 901 5५0 11205 त ७ [5 ४९671४5 भौम ऽ ॥ 116 500 9 0७ना#ओ0ा

206 ऽ 2190 ०३6।४ 21666

11000) 1/8

©07{76101॥ 0 1५४0 72166 िव्णाशंऽ 206 ऽ6८०१०५।४, {116 1010 9 106 56८56

10056 (71) 540 {5 6661५170 8 712 25096 ग ऽग.

1699018, [61

1050210, 11109 0 1116 {718 10 1115 50266 9 7 8215, 16112060 §ऽ।५॥ 87५

1/8 ०७०४०४५ 62500 \##25 1/6 85066 भं 116 510 ०५81 1/6 ऽ. 1118 17189ए81766 08616 नाशं ५८6 10 {6 विलं #डं ऽवा 15 116 [गध ण 106 12) [0८५५6 ##†0}) 15 61) (0056 9 0156256) 107 1/6 71} (0४५56 ज ॥1॥50800) 876 ##116) 6४81 ॐ#6077661101 0614#867106 56676दीं (००५४) 206 {16 6) [0८56 5 {017660, 116 00५४ 60718615 50115 0156858. 80)

11656 /010560065 0671079 श5 1/6 ॥ 5 7121616 0120615 10 116 81) [0४56 110

8 ग 1116 ॥0502105.

9 1/6 00810010 9 1/6

18566

10 1/6 50016019 16

668

ग्का@ [10050०0

लग्नेन्दू समभे यस्याः सा नारी प्रकृतिस्थितां।

कन्योचितगुणोपेता सुशीला शुभलक्षणा । ।५।। शुभेक्षितौ सुरूपा च सदा देहसुखान्विता । 5-51⁄2: 1116 90001116 ^566नीत वीं 20116 50111 #/1160116 11001115 05160, 816 6४61) 51015, ¶# व *०)त) ५५ 06 6010166 ४ 116 7006 6218661151165 276 ५५ 8/6 106 लि1705) 4081065.

9/6 ४४॥ 06 510171115651५6 80 005565566 +^ 2८500105 बी100165. 91000 1676 06 8290665 ज 116 0611 0191165, 516 ५/1 06 6,८066५॥100/ 06ब४†५। >710 ५५॥ [8५6 50५10 [681 200 006

0071005. 4०१७७ : {16 02121915 9 6५90 200 000 505 5 41619 1765. ४680 [ऽ 850 ॥(70५0 85 5010898 ##1110| 5 50०७७ 10 62110655, 561610४, 5168106, {1270८1॥09, 209[91610050655, 0624111५,

व व्ा४8 96. 1 गीौन ##0105, 10656 १८४2।९2।16 11018 (नार 2७6 ४11) 1/6 नौ वावन॑नाञ165 9 16 ४0०0. 0008019, भौ) 16 6४0८0 01/06 हवी, 1/6 #00 50072४2 ५४०८।५।2५6 0660 0010660 25 20 @ध0७5७10 10 1/6 (000. 1761016, ©0ौ) {6 6५७) (बम)5100 20 1/6 (000 216 00016060

##† श॥1व्07, 8561005, 16106111655 &10. 45 ठ पएशी© ग

130, 16 ५0०1५ 50188 15 2150 2/6 10 ॥५©1८५7/ #४10 ।ऽ 01510680 10 06 1/6 501 ग {€ ५000. (11608, 50५0

250 06 ७४५७५

107

(0५81४ 200 261५6

1621५165

कश ल्णा#.

617४5 ७०८५१५९४ 15 #16 (८३/३९ 07 0880४. ॥ 15 526 ॥ 16 06५2 ॥6612| व "शुको शुभ बल दम -राज्योमभरपप्रिय" 1112 15, 1) 8 16171216 211५1) # ४67४5 [ऽ 70986 ॥ ॐ) 6५४60 50 206 16 &ऽ66ो6वां ऽ (नीम 0660080 0 2576660 9४ ¶6 1816 51475, 1/2 +४0 पी 3 ५५ 0055655

0917), 0011990580 260 0८18 18४16 216 ५४॥ 21590 06 26001166 ४) 0616918 #/0718)150 4021165. ॥ 106 5)

ज 116 ५06)

2150 ॥1अभ 65 10 06

0 ॐ €५७ी 5190 300 [ऽ पशश ज 1781० 296 206 2150 ०००५१6५ 0#/ 1116 1721616 एडा95, 56) 91216 40211165 ५॥ 9७1 71015 00007680. 3206 (४2111850 ४/2/8 ॥ 115 16 2}56 185 1111166 1115 85060 1) 9110168 ##†0) {छौ 85 (7081 ; "उदयहिमिषरौ हौ बुग्मगी सीम्यहुष्टी

सुकनयपति भूासंपु्कृठ लीला(” ॥ 18205 102 ॥ 8 #07)80*5 10056016 {2५९ 001} ^506{6 द

68 ०285802 ।103 53908

669

200 1/6 1000 10 1/6 8५67 91475 806 26 2506660 0४ 106 069९0 0121615 {13 #+0ा7ाॐ) ५४1 [8/6 2 9006 500 200 0४50806 200 1770४66 #*ी/ 68110655 216 20007 061४ भ ना शाथ5. 5206 ४2/28 ५411112 [85 5121660 10 05 877) 4212॥68 50716 10110 1९8 115 `:

"कमेव लगनशशिनो प्रकृतिस्विता स्त्री

सच्छील भूषणयुता शुभदृष्टयोद|" ॥ 5285 वां ॥ 106 ^ऽ८्नोठशं 206 16 00

00

25 1) 16

8४817 51075, #ौ ता #072) ४ 068/ श)17176 02108. 10 016। ५४०।५5, ऽ८५ौ ४071510 \/॥ [2/6 010५110 1८518 806 ५४1 0055855 51071951\8, 0105010 206 17706 (00145. ॥ 1/656 45690215 816 2506066 0# 16 ३050610४§

065, 1#)त #*0708 #४॥॥ })2५6 तल्ली 06724100 206 26010 @श्चखीं 00065 270 नीवे675. ऽ28५४३॥ 60012105 1/6 1010109

50108

॥ 105 ल्कः

"रक्तिस्वा लगनेन्द्रः समभे सच्छीलदपादया | भवणगुभैस्येता शुभवीकितियो श्रचयुवतिः रवाह ।|" ॥ 525 †02ां ॥ 1/6 &ऽ6शातगा

800 116 000

06 ॥ 1/6 €५४€]

5100 10 2 भ%तीतया'ऽ 01.79, ¶ दां #0फ2ा #॥ 06 अ 10 [9 ॥४0ब10, 0681 210 ५४।॥ 0055655 8 0165 वा 08५९. 10656 ^960910 गऽ 216 2906060 09 †8 0616

01201685, 5४७ \#007)80 ५॥[ [2\/6 (010 0०62५1५

12॥ 21५ (१0५60 (शी 781४ १४९॥6७. 0 100] 9 06 दध# 276 681५४66 ॥ 26600206 10 106 06७ नाि0०)5

80001060 0४ 16 52085, 01 16 000 2060 0612४101 ० ३ #छी१8), 8) बिएिणिं2ौ6 [01056006 त ३ #0ौौक&षी 15 ८७66 0५81 0656. ६2431011 : 105 02

: 0816 9 01),

17-2-1964; 11718 9 04), 20-59 ॥15

670

नकि18॥6 ।10/05000४

(191); [-211५06, 23°-09 (1४); [0741८५06

79°-57"(£}.

10 1115 [0050006, 1/6 ^568600801 15 0 1४५० 500 #⁄11€ 106 10011 15 10 1/6 75665 500 (56800801 ० 1/6 000} 800 6068 001 2/8 ग €\/€0 51005. 1116 { {€ श्वि :

स्त्रीणां करतलं रक्तं मध्योन्नतमरन्धरकम्‌ । भदुलं चात्परेखाढ्धं जेयं सर्वसुखप्रदम्‌ । ।४२।।

विध्वा बहुरेखेण रेखाष्ीनेन निर्धना।

भिक्षुका च शिरोक्येन नारी करतलेन हि । ।४३।। 42-43: ^ #“0112॥ {1\/1 0311115 ४/1) 0111९51 15176, 1215660 ॥1 116 11160016, 500४1010 भणित) 06144660 04761 ५016 [79 1/6 17065, 0९166 *¶0 5681 165, 01 ##011181॥1 2५५३5 61105 12001655 800 6079015. ^ ४0120 82/10 087 ४111 0नी1/ 01165 215 ५66५1000 200 8 0 + ॥16 16205 10 00४. 810 2

0411 \1| ५151016 ५6115 (71865 8 \##+न18॥ 811# €

5

:

रक्तवर्णां नखास्तुंगा सशिखाश्च शुभप्रदाः । निम्ना विवर्णा पीता वापुषिता दुःखदायकाः । ।५५।।

सिव

225818 11018 52508

707

55: ।५३॥5 01106 17065 0617 16050 11 60104 2660 206 0011160 216 0100105. 06065560, ८0141655, 0216 01 ५11 \#1116 90015 8/€ ©006106166 25 ॥1401501010015.

@02/8616119165 1 {€ ९8० :

अन्तर्निमग्नवंशास्थि पृष्ठं स्यान्मांसतं शुभम्‌ । स-शिरं रोमयुक्तं वा वक्र चाऽशुभदायकम्‌ । ।५६।। 56: ^\\/01718॥ [12110 0९6९४166 00165 21609 ४151016, *6॥

8112060 8010 160 \10) 1660 ऽ 00105

वां 3 084 ४0 ४151016

\/6॥5, [1210 16 0001८66 16 00506160 1)2७50161005. @02/26161191165 1 {0€ १6८ :

स्त्रीणांकण्ठस्तिरेखांकस्त्वव्यक्तास्थिश्च वर्तुलः । मांसलो मृदुलश्चैव प्रशस्तफलदायकः । ।५७।। स्थूलग्रीवः च विधवा वक्रग्रीवा च किंकरी। बन्ध्या च चिपिटग्रीवा लचुग्रीवा च निःसुता। ।५८ ।। 57-58: [1/6 66६ 01 8 \#/01180 00178115 11166 [165 (5105) 200 00066 216 00 ५151016, 10८00151, \6॥ 07760 अतं 0616896 5 2001661301४ 0671631. ^ 11165 0666660 #/011280 21181 ४८६0५५11000; 8 \//011120 ४५॥ ५76५6) 066|‹ 06600165 71810; 2 ४४०12 ५५10 {सं 76 ५/1 06 081€) 310 ५111 50011 06६ (6181715 61101685.

@02/846161191165 त 10€ 7116

:

श्रेष्ठा कृकाटिका ऋज्वी समांसा च समुन्नता ।

शुष्काशिरालारोमाढधा विशाला कुटिलाऽशुभा । ।५९ ।। 59: 11/10 0610 9181, ५॥४ ५€५८९।०७०6५ 2070 #/6॥ 18566 {§ 00115106160 {06 0651. ऽकदतणा)४, 500४0170 ४6115, 181, 1070 27 106५6 {#06€ अ {110 {ऽ ०0५60 10 06 119050161005.

2708

0815 ग ४४०ीक)'5 800#

09619165

9 110€ (0) :

अद्णं मृदुलं पुष्टं प्रशस्तं चिबुकं स्त्रियाः । आयतं रोमशं स्थूलं द्िधाभक्तमशोभनम्‌ | ।६० । । 60: {116 लौ) न 2 #/01)811, 115 01160051 0601001, 46466 वात ४४९ 1011660 (§ 2011112016 200 ॥ 106 नौर ऽ 0080, 1131, 1161९, 9011110 1/06 1§ 0015106/66 ॥12050161045.

0241७65

त 10€ ©066॥65 :

कपोलावुन्नतौ स्वरीणां पीनौ वृत्तौ शुभप्रदौ । रोमशो परषौ निम्नौ निर्मासौ चाऽशुभप्रदौ । ।६१।। 61: 1 2 #/0111280) 15 [8५174 (1196५, 165४ 200 0५76 6066465 ४५ 0/6 112/0{010655. 1181४, 020 8070 00तल 00016060 6066165 01811165 11112/0011655.

91206965

9 106 श्लौ :

स्त्रीणां मुखं समं पृष्ठं वर्तुलं च सुगन्धिम्‌ । सुलिग्धं च मनोहारि सुख-सौभाग्यसूचकम्‌ । ।६२ ।। 62: ^11010761116 0081001 51118॥, ५४6 70075160, 10040051, ला1170 12018066, 6ौशा॥070 200 9/6, 66865 (गी०15 अत

0००५ ॥५५।९.

@1181826161191165 ° {16 [105 :

वर्तुलः पाटलः स्निग्धा रेखाभूषित्तमध्यभूः । मनोहरोऽधघरो यस्याः सा भवेद्‌ राजवल्लभा । ।६३।।

निर्मासः स्फुटितो लम्बो रूक्षो वा श्यामवर्णकः ।

स्थूलोऽघरश्च नारीणां वैधव्यक्तेशसूचकः । ।६४।। 63-64: ^ \#⁄011120 \/[10 [85 (0५५७ | 35 10/10, ॐ 1451 1516, 010585४, [82/10 08017 ॥016 11106 11104016 800 6न्वां 100५५70, 506 ४५ 06 8 0४661. (1 15 +(7110प (70८ 1650, 06166, 1010151, 01,

सिता ०2४85218 11078 58508

709

1111616 206 0811९ 60166, {19 (0 16162165 #100\//1000 806 71156765.

रक्तोत्पतनिभः लिग्ध उत्तरोष्टो मृगीदृशाम्‌ । किज्विन्मध्यौन्नतोऽरोमा सुखसौभाग्यदो भवेत्‌ । ।६५।। 65: 11116 {0061 || 15 6405110 00०10५1 ५८10 11606 5112110 10145, 1510015 210 51100100, 0५८ 8 16 0 निछ50ा 1 116 71006, 18211655, ॥ ५८॥ 71801661 6गौणि§ 200 0०00।५५।९८.

@121201€61965 अ {€ न्लौ :

सिनिग्धा दुग्धनिभाः स्त्रीणांदात्रिशद्दशनाः शुभाः । अधस्तादुपरिष्टाच्च समाः स्तोकसमुन्नताः । ।६६।। अधस्तादधिकाः पीताः श्यामा दीर्घा द्विपङ्क्तयः । विकटा विरलाश्चापि दशना न शुभाः स्मृताः । ।६७।। 66-67: ॥ {6 €€#) ज 8 #0ा18॥ 816 1058, 18५1710 111॥९/ 1516, 0132111 1117706, 510111४ 1821566 01 €८©0, ॥ #५॥ 06 00011005. [1116 (0५6 {66# 26 11016 ॥0 0411061, 0216, ७३6५5), 1000, ॥0 02

0 {५५/0०5§, ७06 ॥18150101045.

300 6126166, 0५67" 5080666 216 0015{06180

@18/80619165 न "€ 71076५6 :

शोणा मुदरी शुभा जिह स्व्रीणामतुलभोगदा । दुःखदा मध्यसंकीर्णा पुरोभागेऽतिविस्तरा । ।६८।। सित्तया मरणं तोये श्यामया कलष्प्रिया । मांसलया धनैर्हीना लम्बयाऽभष्यमकषिणी | ।६९।। प्रमादसहिता नारी जिया च विशालया। 68-692: ॥ 3 #/01118॥1 1125 {07006 ॐ 1600511 10 60101 ॐत 50, ¶ ४५1 71871851 2४501610057655 2010 1616061 8 0/6 6भ0ि5. 1 [5 06076556010 1116 7१606 800 50168060 21106 01 0011010), ॥ ५५॥ 2456 01911655. {000५6 09110 01 ४1116 0010८01 ४५॥ (7460 ग€ तलकर 0214151 ©00५। ५५1 61766 ५416; 8 117६ 1070८४6 ५1 0100468 0061४; ४071 ५11 ।071015111000५6 ५५106 81 00111*01005. ^ 01026

710

रकि गं ४५४० व)'5 804

{01406 1100365 [नौव 8110 ©416165516855.

@08146लान65 त €

ण्विर्गं€ :

सुसििग्धं पाटलं स्त्रीणां कोमलं तालुशोभनम्‌ । ।७०।।

श्वेते तालुनि वैव्यं पीते प्रव्रजिता भवेत्‌ । कृष्णे सन्ततिहीना स्याद्‌ रूक्ने भूरिकुटुम्बिनी । ।७१।। 70-71: 1 2 \#+0178॥ 185 \५6॥ 5111001), (011९151 ॥1 60100, ऽगी 081216, † ५४1 06 000110८5. ^ \"116 [81216 0670165 ५00५/17006; 8 0816 0831216 11003165 3506661; 201201९51001001600बवां6 71971855 02116111655; 8 ५1 [81816 [5 1116 10168116 ॐ 8 1996 {311)॥#.

लौीवाठनला165 र [80 ्ौ

लिः;

अलक्षितरदं स्त्रीणां किञ्चितुपुल्लकपोलकम्‌ ।

स्मितं शुभप्रदं ज्ेयमन्यथा त्वशुभप्रदम्‌ । ।७२।। 72: ^ 12441161 ग 8 #0181 ५४11) ५065 10 500५४ 0616617 2110 1161 611661९5 25 5660 0610 1110}# 111 36५, 5/6 \५॥ 06 00010८5 01161156 ¶ \४1॥ 06 112050101005.

@ौवावललन165 ग 117€ 056

:

समवृत्तपुटा नासा तधुच्छिद्रा शुभप्रदा। स्थूलाम्रा मध्यनिम्ना वान प्रशस्ता मृगीदुशाम्‌ । ।७३।। रक्ताग्राऽकुन्चिताग्रा वा नासा वैध्व्यकारिणी। दासी साचिपिटा यस्या स्वा दीर्घा कलहप्रिया । ।७४।। 73-74: 1 8 \#01718॥ [85 6\/61|४ 0८10 00156 ४11 5118॥ 1051115, † 15 6005106160 00010५5. 10116 6४67 91056 06119 {0९

॥ 15 10 00110) 210 ॥116016 08 15 18, ॥ 15 101 2त01112016. 1 106 {छा 070 9 16 0056 15 (60५6151 ॥ 600५१ भ 81111९61, ॥ ॥10/0865 ५५०५५0०५. 1 7056 0619 18, 56 ५४॥ ५०९

35 11210 8110 11056 [12/2/06115 {0 06 {00 5118॥ 0100 1010, 506 #॥ 06

©

08/2588 [1018 554

711

00216150116.

08619165

9 €#/65 :

शुभे विलोचने स्त्रीणां रक्तान्ते कुष्णतारके । मोक्षीरवर्णे विशदे सुलिग्घे कृष्णपक््मणी । ।७५.।।

उन्नताक्षी न दीर्घायुर्वृत्ताक्षी कुलटा भवेत्‌ । रमणी मधुर्पिगाक्षी सुखसौभाग्यभागिनी । ।७६।। पुंश्चली वामकाणाक्षी वन्ध्या दक्षिणकाणिका। पारावताक्षी दुःशीला गजाक्षी नैव शोभना । ।७७।। 75-77: [16 ©/65 अ ३५५0772 86600151 115 00111615 #/1111 (0126॥ 010॥5, 6/6 02॥5 216 ५४11116 ॥.6 00/15 1111९, 1010151 200 5111001 6/6 1251165, ॥ ५४।। 06 20500005. 4 \/017180 \/11 12560 6४/65 ५५।॥ [8\/6 50 18 200 ५11 (070 6#/65 ५/1 1101026 10056 1101215. {10116 (९110 (60050 - 00447 60100165 4106 00५-।५6।९ 82010 1180011658. ^ 07121 0611 0101

10) 16 | 6/6 \५॥। [2५6 080 60060 870 06109 01716 णि) 16 10111 6/6 ५४॥ 06 82 02116) \#/01181. ^ \/0118॥ ५#†† 00601) ॥॥